मछली बैलेंस्ड डाइट का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है। ऐसा भी माना जाता है की अगर आप मछली का खान पान अपने डाइट में शामिल कर लें तो यह आपके शरीर को कईं बढ़ी और छोटी बिमारियों से बचा सकता है। डॉक्टरों के अनुसार मछलिओं में ओमेगा थ्री और बढ़ी मात्रा में प्रोटीन होता है जिसकी वजह से इसे शरीर के लिए काफी लाभदायक माना गया है। मछलिओं को हमेशा से ही पोषण का पावरहाउस माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मछली खाने के फायदे और नुकसान दोनों हैं?
मछली खाने के फायदे
चलिए पहले बात करते हैं मछली खाने से होने वाले फायदों के बारें में ।
हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है
हृदय रोगों की रोकथाम या इनके कम जोखिम को ओमेगा फैटी एसिड से अक्सर जोड़ा जाता है। ये खाद्य मछली में उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं। यदि आप रोजाना ओमेगा-3 फैटी एसिड लेते हैं, तो यह कोरोनरी हृदय रोग की रोकथाम में सहायता कर सकता है। ये फैटी एसिड रक्तचाप को कम करने में सहायता करते हैं, और कोरोनरी प्लेक को सीमित करते हैं।
डिप्रेशन कम करे
ओमेगा फैटी एसिड के सेवन से भी मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। ये फैटी एसिड हमेशा अवसाद के संकेतों में कमी से जुड़े रहे हैं। उन्हें कई अवसाद रोधी दवाओं की बढ़ती प्रभावशीलता से भी जोड़ा गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनमें ब्रेन फंक्शन को बढ़ाने की क्षमता होती है।
प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत
मछली प्रोटीन से भरपूर होती है जो मांसपेशियों, रक्त वाहिकाओं और अंगों को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रोटीन कोशिका विभाजन, हार्मोनल संतुलन और बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर का प्रत्येक तंत्र किसी न किसी रूप में इस पोषक तत्व का उपयोग करता है|
मछली खाने के नुक्सान
आइये हम आपको आज इस आलेख में मछली के नुक्सान के बारे में बताते हैं ।
अस्थमा
विश्व के कईं शोधकर्ताओं ने कहा है कि अगर आप रोज़ मछली का सेवन कर रहे हैं तो उससे आपको अस्थमा कि शिकायत महसूस हो सकती है। सिर्फ अस्थमा ही नहीं, बल्कि मछली रोज़ खाने से आपको प्रोस्ट्रेट कैंसर होने की संभावना भी रह सकती है। ऐसा ना हो, उसके लिए आपको रोज़ मछली खाने कि जगह उसका सेवन हफ्ते में एक या दो बार करना होगा। अगर रोज़ खाएंगे तो काफी साड़ी घातक बीमारियां लगने का संकट भी आपको उठाना पढ़ सकता है।
दिमाग अथवा आँखों से सम्बंधित बीमारियां
वह लोग जो मछलियां ज़्यादा खाते हैं , उन्हें तो खासकर ध्यान देता पढ़ सकता है क्यूंकि इससे उन्हें आँख और दिमाग से सम्बंधित बीमारियां हो सकती हैं। ऐसा इसलिए है क्यूंकि मछली में ऑक्सीजन को सोख लेने कि क्षमता होती है और यह क्षमता मछली के मर जाने के बाद भी उतनी ही रहती है। उसे खाने के बाद आपके शरीर में ऑक्सीजन के बहाव में भारी गिरावट आ सकती है। इसके कारण आपके आँख और दिमाग में बीमारियां होने कि संभावना बढ़ जाती है।
स्किन कैंसर
क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि मछली खाने से स्किन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी हो सकती है ? यह सत्य है। स्किन कैंसर का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और काफी डॉक्टर्स के अनुसार मरीज़ों में से सबसे ज़्यादा वे लोग हैं जो रोज़ मछली खाते हैं।
डायबिटीज
मछली खाने से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ने कि संभावना रहती है। ऐसा इसलिए है क्यूंकि मछलियों में शुगर कि मात्रा ज़्यादा होती है और इसकी वजह से आपके शरीर में शुगर का स्तर बढ़ेगा और आप डायबिटीज का शिकार बन सकते हैं।
मरकरी कि मौजूद्गी से होने वाली बीमारियां
मेथ्य्लमर्क्युरी जिसे आम तौर पर मरकरी कहा जाता है, मछलियों में मौजूद होता है। मरकरी हमारे शरीर को कईं तरह से नुक्सान पंहुचा सकता है। यदि आप आम तौर पर रोज़ मछली का सेवन कर रहे हैं तो आपको यह जानना ज़रूरी है कि आपके शरीर में मरकरी का आगमन भी शुरू हो चुका है। मरकरी एक ऐसा तत्व है जो हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम के लिए काफी ज़्यादा हानिकारक है। अगर हमारे शरीर का सेंट्रल नर्वस सिस्टम ही काम करना बंद करदे तो उससे जुड़ी हुई कईं बीमारियां हमे हो सकती है जैसे कि सर दर्द, याददाश्त खोना, मांसपेशियों में कमजोरी और कईं सारी दूसरी बीमारियां।
मछली खाने के फायदे और नुकसान खाने के तरीके पे निर्धारित हैं
मछली खाना कभी भी गलत नहीं है, लेकिन आप उसे किस तरह से खा रहे हैं और कितना खा रहे हैं, यह बहुत मायने रखता है। अगर आप नीचे दिए गए चीज़ों का अच्छे से पालन करते हैं तो मछली का सेवन भी आपके शरीर का कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा।
- हमेशा ऐसी मछली खाएं जिसमे मरकरी कि मात्रा ना के बराबर पायी जाती हो। कुछ ऐसी मछलिओं के नाम हैं कॉड फिश , लॉबस्टर , रेड स्नैपर और रोहू।
- रोज़ मछली खाने के बजाये आपका मच्छली अब हफ्ते में दो बार खानी चाहिए।
- यदि आप अभी भी ऐसी मछलियां खा रहे हैं जिनमे मरकरी कि मात्रा कईं गुना ज़्यादा है तो आपको उन्हें हफ्ते में एक बार से ऊपर नहीं खाना चाहिए।
कन्क्लूज़न
यदि आप यह सोच रहे हैं कि मछली में कौन सा विटामिन होता है, तो हम आपको यह बता दें कि विशेषज्ञों के अनुसार इसमें विटामिन डी और बी 2 मौजूद होता है | विटामिन डी से हमारे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट की मात्रा बढ़ जाती है जिसकी वजह से हड्डियां , दांत और मासपेशियां मज़बूत बनी रहती हैं। और दूसरी तरफ विटामिन बी २ हमारे शरीर में ताकत बनाये रखने में बेहद मदद करती है। आशा करते हैं की इस आलेख से आपको यह तो पता चल ही गया होगा की फायदे होने के साथ साथ मछली खाने के कुछ नुक्सान भी होते हैं।
लेकिन अगर आप इनसे एक सही तरीके से और सही मात्रा में खाएं तो इससे हमारे शरीर का नुक्सान नहीं पोहचेगा। अब आपको यह सुनिश्चित करना होगा की इस आलेख में कही गयी हर एक चीज़ का आप पालन करेंगे ताकि आगे जाके आपका शरीर किसी खतरनाक बीमारी का शिकार ना बन पाए।