Diet & Nutrition 1 MIN READ 11252 VIEWS November 13, 2022

अर्जुन के फल के फायदे

अर्जुन के फल

बहुत से फल सीज़नल होते हैं तो काफी ऐसे होते हैं जो साल भर बाजार में उपलब्ध रहते हैं। ऐसे ही फलों का एक पेड़ है अर्जुन जिसे “अर्जुन वृक्ष” के रूप में भी जाना जाता है। यह भारत में व्यापक रूप से उगाया जाने वाला वृक्ष है। क्या आप अर्जुन के फल के फायदे जानते हैं? ये फल आयुर्वेद की दवाओं में बहुत इस्तेमाल किया जाता है। अर्जुन के पेड़ की छाल, फल, पत्तियां और इसकी जड़ को कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। अर्जुन के पेड़ में तरह तरह के लाभदायक गुण पाए जाते हैं। अर्जुन के फल में पाए जाने वाले नुट्रिएंट्स बेहद फायदेमंद होते हैं और अपनी इन्हीं लाभदायक प्रॉपर्टीज़ की वजह से ये सेहत के लिए बहुत फायदे का होता है। 

अर्जुन फल कई बीमारियों में रामबाण का काम करता है। अर्जुन का फल नुट्रिशयस होता है। अर्जुन फल में थोड़ी महक होती है। आप अर्जुन फल को बे-झझक आज ही से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल जैसे विभिन्न औषधीय गुण होते हैं। अर्जुन हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है और हृदय को उचित कार्य करने में मदद करता है। अर्जुन के पेड़ में हाई ब्लड प्रेशर रोधी गुण भी होते हैं और यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। अर्जुन फल स्किन कंडीशन से बचाव करने में भी सहायक होता है। इससे आप दाग-धब्बों, मुंहासों और झुर्रियों से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। अर्जुन फल में हड्डियों को मजबूत करने वाले तत्व भी पाए जाते हैं। मुंह की बदबू दूर करने के लिए भी अर्जुन फल का सेवन किया जा सकता है। 

अर्जुन के फल के फायदे 

अर्जुन फल सेहत के लिए बहुत काम का होता है। इसके अनेकों फायदे होते हैं। इसके फल से कई बीमारियों को दूर कर किया जा सकता है। तो आइये अब तफ्सील से जानते हैं अर्जुन के पेड़, फल, पत्तियां और इसकी जड़ के तमाम फायदे।  

1. सीने में दर्द को ठीक करना

एनजाइना जैसी हृदय समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए अर्जुन बहुत उपयोगी है। एनजाइना बढ़े हुए कफ के कारण होता है लेकिन इससे जुड़ा दर्द बढ़े हुए गैसेज़ के कारण भी हो सकता है। खराब डाइजेशन के कारण शरीर में टॉक्सिक्स का उत्पादन हो सकता है। यह टॉक्सिक्स हृदय की पल्स में जमा हो जाती हैं और रुकावट पैदा करती है जिससे वात बढ़ जाता है। इससे छाती में दर्द होता है। अर्जुन में कफ को संतुलन करने वाला गुण पाया जाता है। यह टॉक्सिक्स को कम करने में मदद करता है, हृदय के चैनलों की रुकावट को दूर करता है और बढ़े हुए वात को शांत करता है। 

अर्जुन की छाल सीने में दर्द को कम करने में मदद करती है। आपको ये कितनी मात्रा में लेना है इसको अपने चिकित्सक से पूछना चाहिए। वैसे सीने में दर्द को कम करने के लिए आप इसे भोजन के बाद दिन में एक या दो बार पी सकते हैं। ये आपकी हृदय गति और ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में भी मदद करता है। 

2. डायरिया को ठीक करने में सहायक 

अर्जुन डाइरिया में फायदेमंद हो सकता है। अर्जुन में मौजूद कुछ कंपोनेंट्स में एंटीमाइक्रोबायल और कसैले गुण होते हैं। इसमें से एक एंटीबैक्टीरियल गुण भी होता है जो सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाले आंतों के इंफेक्शन को नियंत्रित करता है। यह आंत की गतिशीलता को नियंत्रित करता है और शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की होने वाली हानि को भी रोकता है। डायरिया को आयुर्वेद में अतिसार के नाम से जाना जाता है। यह खराब भोजन, अशुद्ध पानी, टॉक्सिक्स और मानसिक तनाव के कारण होता है। ये सभी वात को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। 

यह बढ़ा हुआ वात शरीर के विभिन्न टिशूज़ से आंत में तरल पदार्थ बनाता है। इससे डायरिया और वाटरी मोशन होते हैं। अर्जुन छाल लेने से इसको नियंत्रित करने और शरीर में तरल पदार्थ को बनाए रखने में मदद मिलती है। आप डायरिया को नियंत्रित करने के लिए हल्का भोजन करने के बाद शहद या पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। 

3. ब्रोंकाइटिस में सहायक  

आयुर्वेदिक के अनुसार अर्जुन फेफड़ों की समस्याओं जैसे इंफेक्शन , खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के लिए उपयोगी है। आयुर्वेद में  ब्रोंकाइटिस को कसरोगा कहते हैं और यह खराब डाइजेशन के कारण होता है। खराब आहार और अधपके खाने से टॉक्सिक्स का निर्माण होता है। यह टॉक्सिक्स फेफड़ों में मियूकस के रूप में जमा हो जाते हैं और ब्रोंकाइटिस पैदा करते हैं।

अर्जुन के सेवन से इन अमा को कम करने और कफ को संतुलित करने वाले गुण के कारण मियूकस को दूर करने में मदद मिलती है। फेफड़ों की समस्याओं को दूर करने के लिए भोजन के बाद आप अर्जुन छाल का पानी दिन में एक या दो बार पी सकते हैं। 

4. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में फायदेमंद 

अर्जुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह यूरिनरी ट्रैक्ट के इंफेक्शन को दूर करने में मदद करता है। अर्जुन यूरीन की वृद्धि को भी कम करने में फायदा करता है। यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण को आयुर्वेद में यूरिन चक्र कहा जाता है। इसका अर्थ है दर्द के साथ यूरिन होना। यूरिन ट्रैक्ट में संक्रमण होने पर अर्जुन के सेवन से पेशाब के दौरान होने वाला दर्द कम होता है और पेशाब का प्रवाह ठीक हो जाता है। यह यूरिन में होने वाली जलन को भी कम करता है। यूटीआई के लक्षणों को कम करने के लिए आप भोजन करने के बाद दिन में एक या दो बार इसको पी सकते हैं।   

5. मुँह की दुर्गंध को करे दूर

मुँह की बदबू अहम समस्याओं में से एक है। सांसों की दुर्गंध में अर्जुन फल फायदा करता है। अर्जुन फल खाने से ये दुर्गन्ध दूर हो सकती है। अर्जुन फल में ऐसे कंपाउंड होते हैं जिनसे मसूड़ों और दांतों से खून बहने जैसी परेशानियों को दूर करने में मदद मिलती है। आप अपनी सुबह को अच्छा और ताज़ा बनाने के लिए सुबह सुबह एक अर्जुन फल का सेवन कर सकते हैं। 

6. हड्डियों को करे मजबूत 

अगर आपको हड्डियों की समस्या है तो अर्जुन के फल खाना आपके लिए बेहतर हो सकता है। एक ऐज के बाद हड्डियों की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में आप अर्जुन फल का पूरा लाभ उठा सकते हैं। इसका जूस बनाकर पी सकते हैं या इसे कच्चा खा सकते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी बीमारियों में भी मदद कर सकता है। अर्जुन फल बीमारी को ठीक नहीं कर सकता लेकिन इसके लक्षणों को कम कर सकता है। 

7. स्किन और एंटी-एजिंग में सहायक 

जैसे जैसे उम्र बढ़ती है उसके साथ झुर्रियां दिखने लगती हैं। ऐसे में रोजाना अर्जुन फल का सेवन करना और इसको अपनी त्वचा पर लगाना आपकी मदद कर सकता है। यह झुर्रियों को कम और स्किन को चमकदार बना सकता है। आप शहद में अर्जुन फल का पाउडर भी मिलाकर खा सकते हैं। कुछ लोगों को अपने चेहरे पर दाग धब्बे, काले निशान और मुहांसे आदि भी नजर आते हैं। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से अर्जुन फल का सेवन करते हैं तो इससे आपकी त्वचा की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं।   

8. डाइबिटीज़ में भी उपयोगी 

अर्जुन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में फायदेमंद हो सकता है। हाइपरग्लेसेमिया में भी अर्जुन फायदेमंद हो सकता है। हालांकि अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं तो आपको अर्जुन या किसी अन्य जड़ी बूटी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करना चाहिए। 

कन्क्लूज़न 

आपने जान और समझ लिए ना अर्जुन पेड़ के फायदे। अर्जुन वास्तव में बहुत उपयोगी पेड़ है। इसके फल, फूल, छाल और जड़ सभी उपयोगी हैं। अर्जुन चूँकि आयुर्वेदिक दवाओं में अधिक इस्तेमाल होता है इसलिए आयुर्वेद के अनुसार इसको पानी के साथ मिलाकर भोजन के बाद लेना लाभदायक होता है। हालाँकि आपको कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वैसे तो अर्जुन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते लेकिन किसी किसी में अर्जुन के सेवन से शरीर में दर्द, सिरदर्द, गैसट्राइटिस और मतली जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 

अर्जुन के पौधे के अर्क का सेवन जो अर्जुन का महत्वपूर्ण कंपाउंड है, हेपेटोटॉक्सिसिटी और हाइपोथायरायडिज्म का कारण बन सकता है। इसका सेवन प्रेग्नेंट और फीड कराने वाली महिलाओं को केवल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। अर्जुन में अल्कोहल होता है  इसलिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श के बाद ही बच्चों को इसका उपयोग कराया जाना चाहिए। आप अर्जुन फल का सेवन करिये, स्वस्थ रहिये और अपना ख्याल रखिये।   

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