Diet & Nutrition 1 MIN READ 8230 VIEWS June 5, 2023

क्या हैं आंवला खाने के फायदे?

Written By HealthKart
Medically Reviewed By Dr. Aarti Nehra

आंवला अपने तमाम गुणों के कारण एक अत्यधिक गुणकारी औषधीय पौधा है। आपको बता दें कि आंवला बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आंवले में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फ्लैवोनोइड्स और ऐन्थो साइनिन जैसे नुट्रिएंट्स पाए जाते हैं। आंवला सेहत के लिए तो अच्छा होता ही है, साथ ही ये स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। आंवला खाने से त्वचा में ग्लो आता है और बाल भी काले होते हैं। यही वजह है कि बहुत से लोग आंवले को अपनी डाइट में शामिल करते हैं। आंवला खाने के फायदे बहुत हैं। आइये इन पर नज़र डालें | 

आंवला खाने के फायदे 

आंवला के फायदे बहुत हैं। आंवला आपकी इम्युनिटी को बूस्ट करता है। आंवले से आपका पाचन तंत्र ठीक रहता है। ये आपकी स्किन में सुधार करता है। इसके उपयोग से आपका वज़न बढ़ने नहीं पाता और ये आपके बालों को काला रखता है। आंवले में इतने नुट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। आइये अब आंवले के फायदे कितने और क्या क्या हैं, उनको ज़रा विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं।

1. इम्यून सिस्टम को बनाये मज़बूत 

आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। यही कारण है कि आंवला आपके शरीर में एक अद्भुत इम्युनिटी बूस्टर बनाता है। आंवला विटामिन ए, पॉलीफेनोल्स, अल्कलॉइड्स और फ्लेवोनोइड्स – क्वेरसेटिन और केम्पफेरोल से भी भरा हुआ होता है। एक रिसर्च के अनुसार आंवला व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या में बढ़ोत्तरी करता है, इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है और टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाल कर रक्षा तंत्र को मज़बूत बनाता है। अगर आप प्रतिदिन आंवला खाते हैं तो उससे हानिकारक बैक्टीरिया और सूजन से शरीर की रक्षा होती है। इसके अलावा रोजाना खाली पेट आंवला खाने से सर्दी-जुकाम और खांसी से भी बचाव होता है।  

2.  लिवर फंक्शन में करता है सुधार 

आंवला खाने का एक बहुत बड़ा फायदा ये है कि इसके रस में भरपूर मात्रा में फाइटोकेमिकल्स जैसे क्वेरसेटिन, गैलिक एसिड, कोरिलगिन और एलाजिक एसिड पाए जाते हैं। ये फाइटोकेमिकल्स शरीर को डीटोक्सिफिकेशन और फ्री रेडिकल्स से लड़ने में सहायता करते हैं। आंवले का रस लीवर की कार्यक्षमता में सुधार करता है, जीवन शक्ति को बढ़ाता है और आपको ऊर्जा प्रदान करता है। 

3. डाइबिटीज़ नियंत्रित करने में सहायक 

आंवला मधुमेह रोगियों के लिए एक पारंपरिक और एक अद्भुत घरेलू उपचार है। यह न केवल पैंक्रियाटाइटिस को रोकता है बल्कि ब्लड शुगर के लेवल को भी नियंत्रित करता है। असल में विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और यह ऑक्सीडेटिव तनाव के प्रभावों को बदल देता है जो मधुमेह बढ़ने के कारणों में से एक है। डाइबिटीज़ से बचने के लिए आपको ताजा आंवला खाना चाहिए, आंवले का जूस पीना चाहिए और इस कड़वे-मीठे फल से बना आंवले का मुरब्बा का सेवन करना चाहिए। आप अपने शुगर लेवल को कम करने के लिए पानी के साथ आंवला पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं।

4. पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहतर 

आयुर्वेद में आंवले का बड़ा महत्व है। आयुर्वेद के अनुसार अगर आप सुबह की शुरुवात आंवला से बनी किसी भी रेसिपी के साथ करते हैं तो ये आपकी सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं है। आंवला शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है और तमाम खराब तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। आंवला फाइबर से भरपूर होता है इसलिए ये बोवेल मूवमेंट को नियंत्रित करता है और डाइजेस्टिव जूसेज के उत्पादन को भी बढ़ाता है। यह शरीर को नुट्रिएंट्स के बेहतर अवशोषण में भी सहायक होता है। अगर आप आईबीएस, कब्ज या आंत की किसी भी समस्या से पीड़ित हैं तो आपको अपने सिस्टम को साफ करने के लिए सुबह आंवले का जूस ज़रूर पीना चाहिए। 

5. बालों के विकास में सहायक 

आंवले के रस में विटामिनस, मिनरल्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सिडेंट की मौजूदगी ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ाती है। इन्हीं से बालों के पोर्स की जड़ों को मजबूती मिलती है। आंवले में विटामिन सी के हाई कंसंट्रेशन की वजह से कोलेजन प्रोटीन के उत्पादन में भी मदद मिलती है। ये बालों के रोम में पाए जाने वाले डेड सेल्स को नए सेल्स में बदल कर बालों की लंबाई और मात्रा दोनों को बढ़ाने में सहायक होती है। 

6. बालों को सफ़ेद होने से बचाये

आंवला बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने और सफ़ेद होने से रोकने के लिए एक कॉम्पोनेन्ट के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में पित्त दोष के असंतुलन के कारण आमतौर पर समय से पहले बालों का सफेद होना शुरू हो जाता है। आंवला एक प्राकृतिक कूलेंट है। इसी कारण से आंवले का रस प्रभावी रूप से बढ़े हुए पित्त दोष को कम करता है और बालों को सफेद होने से रोकता है। 

7. बालों को झड़ने से रोकता है 

आंवले का जूस में आयरन और कैरोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यही आयरन और कैरोटीन बालों को झड़ने और टूटने से बचाते हैं। अगर आप एक गिलास आंवले का जूस नियमित रूप से पीते हैं तो इससे बालों का झड़ना कम होता है और बालों के पोर्स जड़ से मजबूत होते हैं। आंवले का रस डैंड्रफ को साफ करने में भी उपयोगी होता है।   

8. हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद 

एक रिसर्च के अनुसार आंवले का नियमित सेवन रक्तचाप को कम करने में मदद करता है और हृदय रोगों के प्रभाव को भी कम करने में सहायक होता है। आंवले में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिज विशेष रूप से पोटेशियम की प्रचुरता उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए रामबाण का काम करती है। पोटेशियम ब्लड वेसल्स को डाईलेट करने में बेहद प्रभावी होता है जिससे रक्तचाप में कमी आती है। 

ये हाई ब्लड प्रेशर के विभिन्न लक्षणों को भी नियंत्रित करता है। आप रक्तचाप को स्वाभाविक रूप से नीचे लाने के लिए आंवले के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से इस जूस को पीते हैं तो सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। 

कन्क्लूज़न 

आंवला एक बहुत ही फायदे का फल है, अब ये बात तो आप जान ही गए होंगे। घरेलू नुस्खों के साथ ही आंवले को आयुर्वेद में भी बहुत मान्यता दी गई है। महिलाओं के लिए प्रेग्नेंसी में आंवला बहुत फायदे का होता है। आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए आंवला खाने की सलाह दी गई है। 

यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, मेंस्ट्रुअल साइकिल को नियंत्रित करता है और हार्मोनल संतुलन बनाये रखता है। यह पीसीओएस के नकारात्मक प्रभावों जैसे मोटापा, अनचाहे बालों के विकास आदि को रोकने में भी सहायक होता है। आप अगर चाहें तो आज ही से आंवले का लाभ उठा सकते हैं। अपने परिवार और अपना बहुत ध्यान रखियेगा। 

आंवला खाने के फायदे के बारे में अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न

आंवला बहुत सी बीमारियों में काम आता है। खास कर इम्युनिटी बढ़ाने और पेट से सम्बंधित रोगों में। बहुत सी बातें हम ऊपर बता चुके हैं, ध्यान से पढ़िए।

आंवला एक मौसमी फल है। ये साल भर उपलब्ध नहीं रहता है। इसलिए आप आंवला को अच्छी तरह से सुखा कर या अचार बना कर स्टोर कर सकते हैं। आप इन्हें जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

आंवला का उपयोग बड़े पैमाने पर सौंदर्य और रंगाई उद्योग में किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग कैंडी, सूखे चिप्स, अचार, जेली और पाउडर बनाने में भी किया जाता है।  

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