

गर्मियों में बेल का शरबत सभी ने पिया होगा। खाली पेट बेल का जूस पीने के फायदे बहुत हैं। बेल का जूस पीने से शरीर को लू से बचाने में मदद मिलती है। यही नहीं बेल एक ऐसा पेड़ है जिसका हर एक कण औषधीय और चिकित्सीय गुणों से भरा हुआ है। इसकी पत्तियों को पेट के स्वास्थ्य और इम्युनिटी को भरपूर बढ़ाने के लिए कच्चा खाया जा सकता है। इसके अलावा बेल का रस कई महत्वपूर्ण तरीकों से शरीर को लाभ पहुंचाता है। बाहर से इसका फल बेहद सख्त होता है लेकिन अंदर का हिस्सा मुलायम, गूदेदार और बीजों से भरा होता है। इसके नुट्रिशयस रस का मज़ा लेने के लिए इसे तोड़ कर और फिर इसके गूदे को निचोड़ कर इसे पी सकते हैं। इसके अतिरिक्त इसे थोड़े से पानी, गुड़ और काली मिर्च के पाउडर के साथ मिला कर खाया या पिया भी जा सकता है। असल में बेल कई सामान्य बीमारियों के लिए एक प्राकृतिक उपचार की औषधि है जिसका उपयोग प्राचीन काल से होता आया है।
यह फल इतना शुद्ध और चिकित्सीय होता है कि इसका उपयोग धार्मिक उद्देश्यों के साथ-साथ तमाम रिचुअल्स के लिए भी किया जाता है। यह स्वाभाविक रूप से बीटा-कैरोटीन, महत्वपूर्ण मिनरल्स और विटामिन जैसे राइबोफ्लेविन, थायमिन, विटामिन सी, आदि से भरपूर होता है। पोषक तत्वों से भरपूर बेल का जूस आपको कई तरीकों से लाभ पहुंचा सकता है।
खाली पेट बेल का शरबत पीने के फायदे
क्या बेल का शरबत खाली पेट पीना चाहिए? क्या इससे सेहत में कुछ ज़्यादा फायदा होता है? जी हाँ, खाली पेट बेल का जूस पीने के फायदे बहुत हैं। ये फायदेमंद भी होता है और शरीर को तरावट भी देता है। आइये आपको बताते हैं बेल जूस के फायदे।
1. हृदय रोग में लाभदायक
दिल की बीमारी में बेल बहुत उपयोगी है। पके हुए बेल के जूस में थोडा़ सा घी मिला लें। दिल से संबंधित बीमारियों जैसे हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचने के लिए इस मिक्सचर को अपनी रोज़ की डाइट में शामिल कर लीजिये। इसके सेवन से आपका दिल, स्ट्रोक और अटैक से काफी हद तक बचा रहेगा। हार्ट के अलावा बेल ब्लड शुगर के लेवल को भी लगभग 50% से ज़्यादा तक कम कर सकता है।
2. गैस्ट्रो सुरक्षा के गुण
बेल का रस, जादुई रस है। यह गैस्ट्रिक अल्सर में भी लाभदायक है जो म्यूकोसा के लेवल के असंतुलन या गैस्ट्रिक ट्रैक्ट में ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण होता है। इस जूस में मौजूद फेनोलिक कंपाउंड एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो गैस्ट्रिक अल्सर को कम करने में सहायक होते हैं।
3. कोलेस्ट्रॉल का नियंत्रण
वैसे तो कई तरह के जूस के फायदे बहुत हैं मगर बेल के जूस की बात ही अलग है। बेल का रस कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण करने में मदद करता है और ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है। बेल का रस ट्राइग्लिसराइड्स, सीरम और टिश्यू लिपिड प्रोफाइल को नियंत्रित करता है।
4. खून साफ करता है
बेल का शरबत रक्त को भी साफ़ करता है। आपको बस ये करना है कि बेल के जूस में हल्का गर्म पानी और शहद मिलाकर पियें। इससे खून साफ होता है। जिन लोगों की त्वचा पर दाग-धब्बे हों उनके लिए बेल का सेवन बहुत ही फायदेमंद है। इस प्रकार आप देख ही रहे हैं कि बेल जूस के फायदे काफी हैं।
5. दस्त और डायरिया में राहत
ये तो आपको पता ही होगा कि बेल की तासीर ठंडी होती है। यही वजह है कि इसके सेवन से दस्त और डायरिया में फायदा होता है। कह सकते हैं कि बेल जूस के फायदे बहुत हैं।
6. एंटीमाइक्रोबाइयल गुण
बेल के रस में एंटीमाइक्रोबाइयल गुण होते हैं। बेल से निकाले गए रस का उपयोग फंगल और वायरल इन्फेक्शन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। बेल जूस के फायदे बहुत हैं और इसका सेवन आपको कई मर्ज़ से दूर रख सकता है।
7. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
बेल का शरबत खाली पेट पीना चाहिए क्योंकि बेल के रस में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसका उपयोग करके हिस्टामाइन से प्रेरित संकुचन को कम कम किया जा सकता है। अपने इसी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण अगर आपके शरीर के अंदर कहीं सूजन है तो बेल का जूस उसमें आराम पहुंचाता है।
8. कब्ज से छुटकारा
बेल में इतने सारे औषधीय गुण हैं कि अगर आप उसका लाभ उठायें तो शायद ही कभी कोई गंभीर बीमारी आपके पास आये। बेल का रस कब्ज और पेट दर्द को कम करने के लिए सबसे अच्छा उपाय है। बेल में आंतों को साफ और टोन करने के गुण होते हैं। इसे नियमित रूप से 2 से 3 महीने तक पीने से पुराने से पुराना कॉन्स्टिपेशन दूर हो सकता है। बच्चों के पेट दर्द को कम करने के लिए भी आप इसे चीनी के साथ मिलाकर उन्हें दिन में दो से तीन बार पिला सकते हैं। आंतों से टॉक्सिन्स को निकालने के लिए बेल के रस में थोड़ी सी काली मिर्च और नमक मिला कर पीना फायदेमंद होता है।
9. एसिडिटी दूर करे
बेल जूस के फायदे बहुत हैं। बेल के रस में शहद मिलाकर पीने से एसिडिटी दूर होती है। मुंह के छालों को ठीक करने के लिए आप इसे अपनी जीभ और मुँह के अंदर भी लगा सकते हैं। बेल शरीर की गर्मी और प्यास को भी शांत करता है। लंच या डिनर से पहले बेल का जूस पीने से भूख बढ़ती है। चिलचिलाती गर्मी के दौरान एक शीतल और तरावट देने वाला ड्रिंक है।
10. स्किन रैश में आराम
बेल हर मर्ज़ की तो नहीं मगर बहुत सारे मर्ज़ की दवा ज़रूर है। अगर आपके शरीर पर रैशेज़ हो रहे हों तो आप 30 मिलीलीटर तेजपत्ते का रस, जीरा और बेल का रस मिलाकर दिन में दो से तीन बार पियें। इससे पित्ती ठीक हो जाती है। यह त्वचा पर लाल चकत्ते और हल्के लाल उभरे हुए खुजलीदार दानों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
11. ब्रैस्ट मिल्क में उपयोगी
बेल जूस के फायदे में ये भी है की बेल माँ के दूध के लिए भी बहुत अच्छा है। बेल के रस का सेवन सोंठ के चूरन और गुड़ के साथ मिला कर नवजात शिशु की माताओं द्वारा किया जा सकता है। यह शिशुओं के लिए ज़्यादा दूध का उत्पादन करने में मदद करता है। वास्तव में बेल के जूस के फायदे बेइंतेहा हैं और सभी को बेल के फायदे ज़रूर उठाना चाहिए। हालाँकि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बेल के रस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
12. ब्रेस्ट कैंसर में फायदेमंद
कैंसर एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी का अभी तक कोई सटीक और सही इलाज नहीं है। लेकिन ब्रेस्ट कैंसर में बेल का जूस बहुत ही ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है। स्तन कैंसर को रोकने के लिए नियमित रूप से इस रस का सेवन करना बहुत उपयोगी है। जिस मर्ज़ का आजतक कोई सही इलाज मौजूद नहीं है उसमें बेल का शरबत लाभदायक है, ये अपने आप में बड़ी बात है।
13. सफ़ेद दाग़ और बवासीर में उपयोगी
खाली पेट बेल का जूस पीने के फायदे तो हैं ही, बेल के फलों के रस में मौजूद टैनिन नामक कंपाउंड डायरिया, हैजा, बवासीर और सफेद दाग को ठीक करने में बहुत उपयोगी होता है। यह एनीमिया, कान और आई डिसऑर्डर्स के उपचार में भी सहायक होता है। इसके अलावा बेल के रस को हल्दी और घी के साथ मिलाकर फ्रैक्चर के इलाज में टूटी हुई हड्डियों पर भी लगाया जाता है। वाकई बेल के जूस के फायदे अनेक हैं।
14. स्कर्वी में लाभदायक
स्कर्वी एक ऐसा रोग है जो विटामिन सी की कमी से होता है। इसका ब्लड वेसल्स पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। बेल का रस विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है और इस बीमारी को ठीक करता है।
15. साँस संबंधी समस्याएं
बेल जूस के फायदे अनेकों हैं। बेल के फल का रस अस्थमा या सर्दी जैसी सांस संबंधी समस्याओं में बहुत उपयोगी है।
16. मधुमेह को नियंत्रित करे
बेल के रस में लक्सेटिव्ज़ होते हैं जो ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। यह पैंक्रियाज़ को उत्तेजित करके उसे इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन करने में मदद करता है जो ब्लड में शुगर के लेवल को नियंत्रित करते हैं।
कॉनक्लुज़न
ये ठीक है कि खाली पेट बेल का जूस पीने के फायदे ज़्यादा हैं लेकिन बेल का शरबत आप कभी भी पी सकते हैं। बेल की जड़ें धर्म और हर्बल दवा तक फैली हैं। बेल के रस के विभिन्न लाभों के लिए इसकी रिच नुट्रिशन प्रोफ़ाइल ज़िम्मेदार है। यह मिनरल्स, विटामिनस और लाभकारी फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक अच्छा स्रोत है जो समूचे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। बेल का रस दिल और आंत के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह अपने एंटीमाइक्रोबिअल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ एक नेचुरल लैक्सटिव है। हो सकता है कि इसका अधिक सेवन स्वास्थ को नुक्सान पहुंचाता हो लेकिन ये बात पूरी तरह वास्तविक नहीं है। वैसे बहुत ज़्यादा सेवन किसी भी चीज़ का हानिकारक हो सकता है। वास्तव में बेल एक करामाती फल है और आपको किसी ना किसी तरह इसके जादुई रस को अपने अंदर उतरना चाहिए।