Diet & Nutrition 1 MIN READ 2063 VIEWS September 15, 2022

विटामिन डी की कमी से क्या क्या हो सकता है नुकसान?

विटामिन डी की कमी

विटामिन्स हर एक की ज़रूरत हैं। एक हेल्दी शरीर के लिए तरह तरह के विटामिनस की आवश्यकता होती है। विटामिन डी भी उन्हीं ज़रूरी विटामिनमें से एक है। बीमारियों से दूर तो सभी रहना चाहते हैं। बस फिर आपको दूसरे नुट्रिएंट्स की तरह विटामिन डी का भी भरपूर उपयोग करना चाहिए। हर प्रकार से इसको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। दरअसल विटामिन D का एक बहुत बड़ा सोर्स सूरज की रौशनी है। यही वजह है कि इस विटामिन डी को सनशाइन विटामिन भी कहते हैं। यह विटामिन शरीर के लिए बहुत उपयोगी है और कई तरह से फायदा देता है। इस ब्लॉग में हम आपको शरीर में विटामिन डी की कमी होने के कारण, लक्षण और इसे कैसे ठीक करें, उसके बारे में बताएँगे। 

विटामिन डी की कमी क्या है?   

विटामिन डी की कमी एक सामान्य विटामिन की कमी है जो आपकी हड्डियों और मांसपेशियों के लिए समस्याओं का कारण बनती है। यह आमतौर पर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है। इसकी रोकथाम हो सकती है और ये उपचार योग्य भी है। विटामिन डी एक आवश्यक विटामिन है जिसका उपयोग आपका शरीर हड्डियों के सामान्य विकास और रखरखाव के लिए करता है। विटामिन डी आपके नर्वस सिस्टम, मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम और इम्यून सिस्टम में भी अहम भूमिका निभाता है। आप कई तरीकों से विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं :-

  1. आपकी स्किन पर सूरज की रोशनी
  2. भोजन के द्वारा 
  3. नुट्रिएंट्स की खुराक के ज़रिये 

विटामिन डी प्राप्त करने के इन सभी तरीकों के बावजूद भी विटामिन डी की कमी आज एक आम समस्या है।

क्यों है विटामिन डी इतना महत्वपूर्ण

विटामिन डी आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक कई विटामिनों में से एक है। यह आपके रक्त और हड्डियों में कैल्शियम के संतुलन को बनाए रखने और हड्डियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेष रूप से आपको विटामिन डी की आवश्यकता अधिक होती है ताकि आपका शरीर हड्डियों के निर्माण और स्वस्थ टिशूज़ को सपोर्ट करने के लिए कैल्शियम और फास्फोरस का उपयोग कर सके।

विटामिन डी की कमी की वजह से आपकी आंतों द्वारा कैल्शियम और फास्फोरस के अब्सॉर्प्शन की कमी से हाइपोकैल्सीमिया यानी आपके रक्त में कैल्शियम का लेवल कम हो जाता है। हाइपोकैल्सीमिया और हाइपरपैराथायरायडिज्म दोनों ही यदि ज़्यादा हैं तो मांसपेशियों में कमजोरी और ऐंठन, थकान और डिप्रेशन सहित तमाम तरह के लक्षण पैदा हो सकते हैं।

क्यों होती है विटामिन डी की कमी 

विटामिन डी की कमी होने के कई कारण हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारणों के बारे में हम यहाँ आपको बता रहे हैं। 

  1. ज़्यादातर कमरे में रहना और बाहर ना निकलना 
  2. सुबह या शाम की धूप में ना बैठना 
  3. दूध, दही और मक्खन का सेवन कम करना या बिलकुल ना करना 
  4. कोल्ड ड्रिंक्स और फ़ास्ट फ़ूड का ज़्यादा उपयोग करना 
  5. रात रात भर काम करना

वेज खाने वालों में विटामिन डी की कमी का खतरा ज़्यादा होता है। साथ ही प्रेग्नेंसी में भी विटामिन डी की कमी हो जाती है। 

कितनी तरह के होते हैं विटामिन डी ?

विटामिन डी आपके शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ये दो प्रकार के होते हैं। जिसमें पहला होता है विटामिन डी2 जिसे एग्रो कैल्सी फेरल और दूसरा विटामिन डी 3 जिसको कॉलेकैल्सिफेरॉल कहते हैं। इस विटामिन डी2 का शरीर में उत्पादन नहीं होता बल्कि यह पौधों से प्राप्त किया जाता है। विटामिन डी2 का उत्पादन पौधे सूरज की पराबैंगनी किरणों के द्वारा करते हैं।

विटामिन डी 3 का उत्पादन हमारे शरीर में ही होता है। इस विटामिन को आप सूरज की किरणों से अर्जित कर सकते हैं। इसको विटामिन डी3 को आप मछलियों और दूसरे खाने पीने की चीजों में भी पा सकते हैं।  

विटामिन डी की कमी के लक्षण

विटामिन डी की कमी के लक्षण कई हैं। अगर शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आप खुद ही अपने आप में कुछ बदलाव महसूस करेंगे। हालाँकि विटामिन डी का लेवल कम होने पर निम्न लक्षण आप आसानी से देख सकते हैं। 

1. घाव का ना भरना 

अगर आपमें विटामिन डी कमी है तो आपकी चोट या घाव भरने में देर लगती है और जलन के साथ ही इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है।

2. हड्डियों में दर्द 

विटामिन डी की कमी का एक लक्षण ये भी है कि आपकी हड्डियों और पीठ में दर्द रहता है। वैसे हड्डियों और दांतों को कैल्शियम मज़बूती प्रदान करता है लेकिन विटामिन डी की कमी कि वजह से कैल्शियम शरीर में अब्जॉर्ब नहीं हो पाता।

3. बालों का गिरना

विटामिन डी की कमी के कारण कभी कभी बालों का गिरना भी शुरू हो जाता है। जब शरीर में विटामिन डी की मात्रा कम होती है तो बाल बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं। 

4. थकान का एहसास

विटामिन डी की कमी के मुख्य लक्षणों में से एक है आपको थकन का एहसास होना। आपकी नींद पूरी हो गई है फिर भी आप खुद को थका थका और कमज़ोर महसूस कर रहे हैं तो यह विटामिन डी की कमी हो सकती है।

5. मूड स्विंग

विटामिन डी की कमी से होने वाला एक और लक्षण है कि इससे आपका मूड थोड़ी थोड़ी देर में बदलता रहता है। हालाँकि ये डिप्रेशन का कारण भी हो सकता है। 

विटामिन डी की कमी के लक्षण अगर आप खुद में महसूस कर रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से फ़ौरन सलाह लेनी चाहिए। हो सकता है डॉक्टर आपको विटामिन डी का टेस्ट कराने के लिए कहे। डॉक्टर ये भी बताएगा कि विटामिन डी को कैसे बढ़ाया जाए और इसके लिए किन किन नुट्रिएंट्स का उपयोग करना लाभदायक होगा। 

विटामिन डी की कमी से नुकसान 

अगर किसी में भी विटामिन डी की कमी हो जाये तो उसका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है। वह थका थका महसूस करता है। इसके अलावा सुस्ती, मसल्स, हड्डियों और पीठ में दर्द, तबियत में उदासी, बालों का गिरना आदि समस्याएं होने लगती हैं। अगर विटामिन डी की कमी काफी दिनों से है तो फिर ये परेशानियां थोड़ी गंभीर भी हो सकती हैं। इनमें प्रमुख हैं, 

  1. ऑटोइम्यून रिलेटेड समस्या 
  2. न्यूरोलॉजिकल समस्या 
  3. दिल की बीमारियां
  4. प्रेग्नेंसी में कम्प्लीकेशंस 
  5. कैंसर का खतरा 
  6. प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 
  7. कोलन कैंसर का खतरा 
  8. ब्रेस्ट कैंसर का खतरा इत्यादि 

ज़रा सा भी आभास होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और इस बारे में बात करनी चाहिए। समय रहते इन सारी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। 

विटामिन डी का इलाज 

अगर आपको विटामिन डी की कमी को पूरा करना है तो उसके लिए अपनी लाइफ स्टाइल और खाने पीने पर एक नज़र डालनी होगी। आपको वही करना होगा जो आपके लिए बेहतर हो। तो आइये देखते हैं आपके लिए क्या क्या बेहतर है।  

1. मछली 

विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए मछली बहुत फायदेमंद है। अगर आप नॉन-वेज खाते हैं तो मछली का सेवन ज़रूर करिये। आप टूना, मैकेरल, हेरिंग और सैल्मन मछलियां खाएं क्योंकि इनमें विटामिन डी भरपूर होता है। 

2. अंडे की जर्दी 

अंडा की जर्दी में विटामिन डी पाया जाता है। अंडे का सेवन आपके लिए लाभदायक है। अंडे में नुट्रिएंट्स की मात्रा भी भरपूर होती है। 

3. गाय का दूध 

गाय का दूध विटामिन डी और कैल्शियम से भरा हुआ है। विटामिन डी की कमी को पूरा करना हो तो फिर प्रतिदिन बस एक गिलास गाय का दूध काफी है। विटामिन डी बढ़ाने का ये बेहतरीन सोर्स है। 

4. दही 

दही विटामिन डी प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छा है। ये शरीर को ठंडक भी पहुंचता है आपको ताज़गी भी देता है। 

5. धूप सेकना 

सूरज की किरणें विटामिन डी का सबसे अच्छा और नेचुरल सोर्स हैं। धूप में बैठकर विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। आप हर दिन सुबह और शाम को धूप में बैठकर कुछ वक़्त गुज़ार सकते हैं। इनके अलावा आप विटामिन डी को बढ़ाने के लिए मीट, भुना अनाज,ओट्स, संतरा, कॉड लिवर तेल और मशरूम के साथ साथ कुछ सब्ज़ियां जिनमें विटामिन डी की मात्रा अच्छी होती है, अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये सब्ज़िया हैं, ब्रोकली, गाजर, पालक और नींबू इत्यादि। 

अगर आपने इन सारी चीज़ों को अपनी डाइट और ज़िन्दगी में शामिल कर लिया तो जल्दी ही आप विटामिन डी की कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं। लेकिन कुछ भी करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से बात ज़रूर कर लीजिये। 

कॉनक्लुज़न

आपने महसूस किया कि अगर आपमें विटामिन डी की कमी हो गई है तो आप उसको बहुत आसानी से पूरा कर सकते हैं। अब आपको विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग का भी पता है और आप ये भी जान गए हैं कि विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या क्या हैं। लेकिन सेहतमंद रहने के लिए आपको खुद बहुत मच्योरिटी दिखानी पड़ेगी। इस आर्टिकल में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए जो जो बातें बताई गई हैं, उन्हें कायदे से फॉलो करना पड़ेगा। फिर कोई वजह नहीं है कि आप बिलकुल चुस्त दुरुस्त ना हों। हमारी मेहनत आपकी सेहत है। आप अपना ख्याल रखियेगा तो हमारी मेहनत भी सफल होगी। फिर मिलेंगे, एक नए सलूशन एक नए ब्लॉग के साथ। 

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