Hindi 1 MIN READ 2334 VIEWS June 14, 2023

ध्यान योग – आइये डालें इसके फायदों पर रौशनी

एक संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ है “चिंतन और ध्यान”। ध्यान या मेडिटेशन एक साधना है। एक तपस्या है। ध्यान चंचल मन को शांत करने का एक उपाय है। मेडिटेशन के दौरान आप जिस चीज़ को लेकर कॉन्सेंट्रेट करते हैं, वो आपके समीप होती जाती है। ध्यान योग से आप अपने भटके हुए मन को सही राह पर ला सकते हैं। यही हमारी परम्परा भी रही है। हमारी परंपराओं और रीति-रिवाजों में मेडिटेशन एक शुद्ध ध्यान योग या अभ्यास है जिसके लिए किसी को भी गहरी मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है। अगर आप ध्यान योग करना चाहते हैं तो आपको उसमे रम जाना होगा। जब आप पूरी तरह उसमें संलग्न हो जायेंगे तभी आप ध्यान योग सच्चे मन से कर सकते हैं।

ध्यान योग कैसे करें?

ध्यान योग स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेकिन बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि मेडिटेशन कैसे करना चाहिए। ध्यान रहे मेडिटेशन करने के कुछ अपने नियम होते हैं। आप जब भी मेडिटेशन करिये तो इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। मेडिटेशन की शुरुआत आप इन्हीं नियमों को अपनाकर कर सकते हैं। 

1. बैठने की मुद्रा

योग और ध्यान की शुरुवात करने से पहले आप वज्रासन, सुखासन या फिर पद्मासन की स्थिति में बैठ जाइये। ध्यान रखिये कि बैठने में आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी रहे ताकि आप ठीक से सांस ले सकिये। अगर आप ज़मीन में बैठकर इन आसनों को नहीं कर पा रहे हैं तो आप कुर्सी पर बैठ कर इन्हें कर सकते हैं।

2. आराम की मुद्रा

ध्यान करते समय आपका शरीर आराम की मुद्रा में होना चाहिए। आप अपने समूचे शरीर को ढीला छोड़ दीजिये ताकि मसल्स को आराम मिल सके। इस काम को पैरों से शुरू करते हुए चेहरे तक लाइए। लेकिन ऐसा करते समय आपका पूरा शरीर आराम की अवस्था में होना चाहिए।

3. सांस लेने की प्रक्रिया

आराम की मुद्रा के बाद आप अपनी सांस लेने पर ध्यान दीजिये। आप धीरे-धीरे गहरी सांस लीजिये और फिर उसे आहिस्ता आहिस्ता बाहर निकालिये। आप इसको कई बार दोहरा सकते हैं।

4. ध्यान केन्द्रित करना

इसके बाद आपको अपना ध्यान किसी एक बिंदु पर केंद्रित करना है। आप किसी ऐसी चीज पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जिसमें आपका मन प्रफुल्लित रहे।

5. पॉजिटिव रहिये

क्या आप पहली बार ध्यान योग करने जा रहे हैं? हो सकता है कि आपके मन में कई विचार आ रहे हों। कोई बात नहीं, बस आप अपने मन को संतुलित रखिये और कोई खराब विचार ना आने दीजिये। आप जितना मन को भटकने से बचाएंगे उतना ही ध्यान के फायदे उठा पाएंगे। मेडिटेशन हो जाने के बाद अपनी हथेलियों को रगड़कर आंखों पर मालिये। फिर धीरे-धीरे आंखों को खोलकर ध्यान की मुद्रा से निकलकर अपनी हथेलियों को देखिये।

ध्यान योग के प्रकार

ध्यान योग करने के कई तरीके हैं इन्हीं में ध्यान योग के फायदे भी निहित हैं। इन तरीकों को कई भागों में बाँट दिया गया है। आज हम इनमें से कुछ के बारे में आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं।

1. आध्यात्मिक योग

आध्यात्म का ध्यान आपको मोह-माया की दुनिया से अलग दिशा में ले जा सकता है। अगर आप इसका बराबर उपयोग करते हैं तो आप अपनी भावनाओं पर काबू पा सकते हैं।

2. जेन मेडिटेशन

ये चीनी बौद्ध धर्म द्वारा प्रचारित योग है। इस मेडिटेशन में आप सुखासन की मुद्रा में बैठकर अपने हाथों को आपस में मिला लीजिये। इस ध्यान योग से आपका मस्तिष्क विकसित और समृद्ध होता है।

3. शिवा ध्यान योग

शिवा ध्यान में आपको आध्यात्मिक ऊर्जा पर अपना ध्यान केंद्रित करना होता है। शिवा ध्यान करने से आपको सांसारिक समझ का ज्ञान होता है और आप उसे अनुभव करके अपने नजरिए में बदलाव का एहसास कर सकते हैं।

4. विपश्यना ध्यान योग

मेडिटेशन का यह प्राचीनतम तरीका माना जाता है। कहते हैं कि ये तरीका लगभग 2500 साल पहले महात्मा बुद्ध ने बताया था। ये ध्यान योग आज बहुत अधिक प्रचलित है। इस योग से आप अपने मन के भीतर झांक कर खुद को भी समझने का प्रयास कर सकते हैं। इस योग के द्वारा आप अपने विचारों और भावनाओं पर काबू भी पा सकते हैं।

5. राजयोग

इस ध्यान योग का उल्लेख सबसे पहले भगवद गीता में किया गया था। राजयोग ध्यान आपको शांत रहने और खुद को समझने में सहायक होता है। इस ध्यान से आपका व्यक्तित्व गंभीर होता है। इस योग में किसी मंत्र का उच्चारण नहीं किया जाता।

6. मंत्र ध्यान योग

मंत्र ध्यान योग में आप अपने ध्यान को कंट्रोल करने के लिए मंत्रों का इस्तेमाल करते हैं। ये मंत्र धार्मिक नहीं होते हैं। आप कोई भी मंत्र जैसे कोई शब्द, वाक्य या कोई गाना जिसमें आपको सुख की अनुभूति हो गुनगुना सकते हैं।

ध्यान योग के फायदे

अगर आप मेडिटेशन के आदी हैं तो फिर उसके कई फायदे हैं। आइये इन्हीं ध्यान के लाभ के बारे में विस्तार से बात करते हैं।

1. चिंता और डिप्रेशन में कमी

ध्यान योग से आप हर तरह की चिंता और डिप्रेशन से छुटकारा पा सकते हैं।

2. तनाव में कमी

अगर आप नियमित रूप से ध्यान योग करते हैं तो उससे तनाव में कमी आती है और आपका दिमाग़ भी शांत और संतुलित रहता है।

3. दिमाग की वृद्धि

मेडिटेशन करने से आपके दिमाग की भी वृद्धि होती है। योग की मदद से आपको तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी मानसिक सोच/समस्या  से छुटकारा मिलता है। साथ ही मानसिक कार्य कुशलता में भी वृद्धि होती है।

4. दर्द में राहत

अगर आप नियमित रूप से ध्यान करते हैं तो उससे आपका ब्लड सेक्युलेशन ठीक रहता है। इससे आपके दिमाग को भी शांति मिलती है और आत्मिक और शारीरिक, किसी भी तरह के दर्द से छुटकारा मिलता है। इस प्रकार योग के लाभ बहुत हैं।

5. अच्छी नींद में सहायक

योग और ध्यान का एक अच्छा फायदा ये भी है कि इससे आपकी नींद में सुधार होता है और आप अच्छी नींद ले पाते हैं।

6. ह्रदय स्वास्थ्य में फायदेमंद

ह्रदय का स्वास्थ्य बहुत कुछ तनाव, चिंता और ब्लड प्रेशर से सम्बंधित होता है। अगर आप नियमित मेडिटेशन करते हैं तो आप ह्रदय की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

7. ब्लड प्रेशर में फायदा

ध्यान योग से आप ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं। असल में मेडिटेशन करने से आपको मानसिक शांति प्राप्त होती है। इसके अलावा ये शरीर में ब्लड सर्कुलशन को भी नियंत्रित करता है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में ये दोनों कारण बहुत असरदार हैं। यही वजह है कि योग और ध्यान करके आप अपने ब्लड प्रेशर को आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं।

ध्यान योग के टिप्स

1. मेडिटेशन का समय

ध्यान योग करने का एक अलग महत्व होता है। इसके लिए सूर्योदय का समय सबसे अच्छा होता है। असल में सुबह आपका शरीर तनाव से मुक्त और एनर्जी से भरा होता है। इसलिए सुबह के समय ही मेडिटेशन करना अच्छा होता है।

2. ढीले कपड़े पहनें

ध्यान योग करते समय आपके कपड़े तंग  नहीं होने चाहियें। तंग कपड़ों से आपको दिक्कत हो सकती है। इसलिए हो सके तो हल्के और आरामदायक कपड़ों को इस्तेमाल करिये।

3. खाली पेट करिये मेडिटेशन

मेडिटेशन खाली पेट ही करना सबसे अच्छा होता है। इससे आप शरीर की तमाम एनर्जी ध्यान योग में लगा पाएंगे।

4. मेडिटेशन के लिए शांत वातावरण

अगर आप मेडिटेशन कर रहे हैं तो आपके दिमाग और आस पास के वातावरण का शांत होना बहुत जरूरी है। ध्यान योग करते समय शांति और एकांत होना चाहिए वरना आप योग में कॉन्सेंट्रेट नहीं कर पाएंगे। मेडिटेशन हमेशा ऐसी जगह करिये जहाँ शोर-शराबा ना हो।

कन्क्लूज़न

अब इस ध्यान योग के फायदे आपको उठाने हैं। मेडिटेशन करने से पहले आपको इन दो चार बातों का भी ध्यान रखना है कि आपको भरपेट भोजन के बाद और व्यायाम करने के फौरन बाद मेडिटेशन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा नींद से जागने के फौरन बाद या अगर आप नींद में हैं तो ऐसे में मेडिटेशन करने से बचना चाहिए। अपना ख्याल रखियेगा।

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