Hindi 1 MIN READ 50 VIEWS March 10, 2025

फिस्टुला क्यों होता है: जानिए इसके कारण

Written By HealthKart
Medically Reviewed By Dr. Aarti Nehra

फिस्टुला क्यों होता है

फिस्टुला एक गंभीर समस्या है जिसकी उत्पत्ति आमतौर पर गुदा और उसके आसपास की त्वचा के बीच असामान्य नलिका के रूप में विकसित होती है। ऐसे मामलों में आपको अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है, और इसपर ध्यान ना देने से आपको गंभीर परिस्थिति का सामना करना पड़ सकता है। आज इस लेख में हम जानेंगे की फिस्टुला क्यों होता है, कैसे होता है, इसका इलाज क्या है, इसके घरेलू उपचार और फिस्टुला का ऑपरेशन कैसे होता है। 

फिस्टुला क्यों होता है

जानना चाहते हैं कि फिस्टुला क्यों होता है? फिस्टुला की समस्या तब पैदा होती है जब आपके गुदा के आस पास की ग्रंथि में इंफेक्शन हो जाता है। जब किसी कारण से ये ग्लांड्स ब्लॉक होने लगते हैं और इसमें पस भरने लगता है, तो इसे एब्सेस कहा जाता है। जब यही एब्सेस से पस बह कर ये पूरी तरह से नहीं सूखता तो ये फिस्टुला बन जाता है, जो बहुत कष्टकारी होता है। 

इसके कुछ अन्य कारण भी हैं जो निम्न हैं: 

  • क्रोहन: इसमें आपके आंतों में इंफेक्शन हो जाता है जिससे आपके आंतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और ये कई बार आपके गुदा में फिस्टुला निर्माण का कारक होता है। 
  • तपेदिक (टीबी): अगर आपको लंबे समय से तपेदिक यानी की टीबी की समस्या है तो ये आपको फिस्टुला की समस्या दे सकता है। इस कारण से आपको इसका इलाज और साथ साथ डॉक्टर से लागतार सम्पर्क में रहने की ज़रूरत पड़ सकती है।
  • सर्जरी या एक्सीडेंटल चोट : यदि कभी आपके गुदे की सर्जरी हुई है या फिर किसी कारण से आपको वहां गंभीर चोट लगी है, तो उस स्थान पर फिस्टुला का निर्माण होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ऐसी कोई समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
  • डायवर्टिकुलिटिस: आंतों में सूजन या पॉकेट फॉर्मेशन होने की स्थिति में यह फिस्टुला होने का कारण बन सकता है। 
  • डायबिटीज़ : डायबिटीज़ होने पर शरीर में घाव भरने की क्षमता कम हो जाती है, जिस कारण से फिस्टुला की समस्या गंभीर रूप ले सकती है। 

फिस्टुला: जानिए क्या हैं इसके लक्षण 

फिस्टुला क्यों होता है और इसके लक्षण क्या हैं? किसी भी सामान्य बीमारी की तरह फिस्टुला के भी प्रलक्षित लक्षण होते हैं जिनपे अगर समय पे ध्यान दिया जाए तो इससे होने वाली समस्या और पीड़ा को दूर करना आसान होता है। आइए जानें इसके बारे में

  • गुदा और उसके आस पास दर्द और सूजन 
  • गुदे से पस या खून का बहना 
  • गुदे आज उसके आस पास के जलन और तेज खुजली
  •  टॉयलेट करने के दौरान दर्द और असहज महसूस करना

फिस्टुला क्यों होता है और इसके लक्षण जानने के साथ-साथ यह भी ज़रूरी है कि आप जानें फिस्टुला का स्थाई इलाज क्या है, ताकि आपको परेशानी और दर्द से न जूझना पड़े।

फिस्टुला का स्थाई इलाज : जानिए कैसे करें इसका निवारण

फिस्टुला का स्थाई इलाज संभव है: अगर आप डॉक्टर से विचार विमर्श करेंगे तो आपको इसके स्थाई इलाज के बहुत से विकल्प मिल जाएंगे। सर्जरी, फिस्टुला उपचार का सबसे अधिक कारगर इलाज है। आइए जानते हैं इसके प्रकार:

  • फिस्टुलोटोमी: यह बड़ी सर्जरी है जिसमे फिस्टुला को खोलकर उसमे से मवाद और खून को साफ किया जाता है जिससे वो धीरे धीरे भरने लगता है। 
  • सेटों तकनीक: अगर आप ये सोच रहे हैं की फिस्टुला का ऑपरेशन कैसे होता है, तो seton ट्रीटमेंट भी एक प्रभावकारी सर्जरी है। इसमें एक विशेष मेडिकल धागा (सेटों थ्रेड) फिस्टुला के भीतर डाला जाता है। यह धागा धीरे-धीरे फिस्टुला को खोलकर उसमें से खून और पस को बाहर निकलने में मदद करता है, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। इसके बाद, धागा धीरे-धीरे घाव को भरने में मदद करता है और फिस्टुला की समस्या ठीक हो जाती है। यह एक प्रभावी और सुरक्षित उपचार विधि है, जो धीरे-धीरे फिस्टुला को ठीक करने में सहायक होती है।
  • लेज़र ऑपरेशन: कई बार अलग-अलग मामलों में फिस्टुला को भरने का काम लेज़र ट्रीटमेंट से किया जाता है। इससे आपको दर्द भी नहीं होता और फिस्टुला जल्दी भर जाता है। 

फिस्टुला का ऑपरेशन कैसे होता है, और इसका इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि फिस्टुला की स्थिति कितनी गंभीर है।

जानिए फिस्टुला का घरेलू उपचार

फिस्टुला का स्थाई इलाज की अगर बात करें तो सर्जरी के अलावा कोई उपाय स्थाई नहीं है, परंतु फिस्टुला का घरेलू उपचार आपको दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है: 

  • सिट्ज़ बाथ: जब फिस्टुला की समस्या हो तो गर्म पानी से सिट्ज़ बाथ लें। सिट्ज़ बाथ एक प्रकार का उपचार होता है, जिसमें केवल निचला शरीर (गुदा और जननांग क्षेत्र) गर्म पानी में डूबोकर आराम किया जाता है। इससे आपका गुदा साफ रहेगा और सूजन की समस्या नहीं होगी। 
  • हल्दी: हल्दी को एंटी फंगल और एंटी इन्फ्लेमेटरी माना जाता है जिससे आपके गुदे में होने वाले इंफेक्शन से आपको राहत मिलेगी। हल्दी और पानी का पेस्ट बना कर प्रभावित स्थान पर लगाने से आपको आराम मिलेगा। 
  • फाइबर से भरपूर खाना: आपको मल त्याग में समस्या ना हो इसके लिए आपका आहार फाइबर युक्त होना ज़रूरी है।

फिस्टुला क्यों होता है, इसके कई कारण हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप डॉक्टर से मिल कर सलाह लें और उचित इलाज कराएं। 

निष्कर्ष

फिस्टुला एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन यदि इसका समय पर सही इलाज किया जाए, तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे इंफेक्शन, चोट, या पुरानी बीमारियां, जिनसे यह समस्या उत्पन्न होती है। हालांकि, सर्जरी के अलावा फिस्टुला का स्थाई उपचार संभव नहीं है, लेकिन घरेलू उपचार से दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, सही आहार, नियमित डॉक्टर की सलाह, और उचित उपचार से आप फिस्टुला की समस्या को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं। 

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