Hindi 1 MIN READ 105 VIEWS March 19, 2025

कपालभाति करने की विधि: कैसे लें अधिकतम फायदे

Written By HealthKart
Medically Reviewed By Dr. Aarti Nehra

कपालभाति करने की विधि

योग में कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati yoga) का विशेष स्थान है। यह प्राचीन प्राणायाम तकनीक श्वसन प्रणाली को मजबूत बनाने और शरीर को शुद्ध करने में मदद करती है। इसका नाम दो शब्दों से बना है – “कपाल” (मस्तिष्क) और “भाति” (प्रकाश)। यह प्राणायाम मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य (physical health) में सुधार के लिए जाना जाता है। अगर आप नियमित रूप से कपालभाति करते हैं तो इससे आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, पर अगर इसे विधिवत नहीं करते तो इससे आपको समस्याएं हो सकती हैं, तो आइए जानते हैं कपालभाति करने की विधि!

कपालभाति कैसे करें? | How to Do Kapalbhati?

चूंकि आप जानना चाहते हैं कि कपालभाति कैसे करें तो हमने इसकी विधि पूर्ण रूप से यहां सूचीबद्ध कर दी है। आप सही रूप से विधि का पालन कर कपालभाति के फ़ायदे उठा सकते हैं। तो आइए डालते हैं इस पर एक नजर: 

आरंभिक स्थिति : 

  • साफ और शांत जगह पर मैट (mat) बिछा कर बैठ जाएं। 
  • पद्मासन, सिद्धासन या सुखासन में बैठें और रीढ़ की हड्डी (spinal cord) को सीधा रखें।  
  • आंख बंद करें और समान्य रूप से सांस लें। 

सांस छोड़ने की प्रक्रिया :

  • इस प्रक्रिया में आपको अपने पेट की मांसपेशियों (muscles) को संकुचित करना है और सांस को बलपूर्वक बाहर निकालना है। 
  • आपकी सांस लेने की प्रक्रिया स्वाभाविक होने चाहिए। 

गति बनाएं रखें :

  • आरंभ में 15-20 बार इस प्रक्रिया को करें। धीरे-धीरे इसे 5 मिनट तक बढ़ाएं।  
  • नियमित अभ्यास से सांस की गति और पेट की गतिविधि में तालमेल बिठाएं। 

विश्राम करें: 

  • हर सत्र के बाद विश्राम ज़रूर करें। ऐसा नहीं करने से आपको थकान का अनुभव हो सकता है। 
  • इस बात का ध्यान दें कि कपालभाति करते समय आपका चित्त शांत हो और आप अंदर से विचलित ना हो 

यहां हमने विस्तार से आपको बताया है कि कपालभाति कैसे करें, अगर आप इस नियम का अच्छी तरह पालन करेंगे तो आपको कपालभाति का पूर्ण लाभ मिलेगा। 

कपालभाति के फायदे | Benefits of Kapalbhati

जब हम कपालभाति की बात करते हैं तो ये एक सबसे आसान व्यायाम है जिसके अनेक फायदे हैं। इसके फायदे मात्र शरीर नहीं बल्कि मानसिक स्तर पर भी नज़र आते हैं। आइए विस्तार से जानते है कपालभाति के फायदे ताकि आप कपालभाति को नियमित रूप से अपने जीवन का भाग बना सकें: 

  • इससे आपकी शारीरिक शुद्धि होती है। कपालभाति आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ (toxic substances) को बाहर निकालने में मदद करता है। 
  • ये आपके सांस लेने की ताकत को मजबूत कर के आपके फेफड़े (lungs) की क्षमता को बढ़ाता है। 
  • इसके साथ साथ जब आप नियमित रूप से कपालभाति करते हैं तो इससे आपके शरीर में metabolism बढ़ा कर वज़न कम करता है। 
  • नियमित रूप से कपालभाति करने से आपका मानसिक तनाव दूर होता है, इससे आप हर प्रकार के स्ट्रेस से राहत पा सकते हैं। 
  • नियमित रूप से कपालभाति करने से आपकी मेमरी और concentration बढ़ता है। 
  • यह रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करता है।

कपालभाति के नुकसान | Disadvantages of Kapalbhati

अगर हम कपालभाति की बात करें तो कपालभाति के फायदे अनेक हैं पर इसके साथ साथ हैं कपाल भाति प्राणायाम के नुकसान, और आपके लिए ज़रूरी है कि फ़ायदे के साथ साथ आप इसके नुकसान को भी समझें ताकि आप बेहतर ढंग से इसका प्रयोग कर पाएं: 

उच्च रक्तचाप

ऐसे लोग जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure) की समस्या है, कपालभाति करना उनके लिए उचित नहीं है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा होता है जिससे आपको स्ट्रोक (stroke) या हार्ट अटैक (heart attack) हो सकता है। 

सरदर्द और चक्कर 

अगर आप कपालभाति के लिए गलत तकनीक का प्रयोग करेगें या आपका posture ख़राब होगा तो इससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ेगा। ऐसा होने से आपको सर दर्द (headache) और कमर दर्द की (backache)  समस्या हो सकती है। इसलिए निश्चित करें कि आपका पोस्चर सही हो। 

हृदय रोग

अगर आप के पल्मोनरी आर्टरीज (pulmonary arteries) या वेन में किसी भी तरह की ब्लॉकेज है या फिर आपके दिल की सर्जरी हो उसमे पेसमेकर लगा है, तो आपको कपालभाति नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे आपके दिल पे ज़ोर पड़ता है और आपको वापस से हार्ट अटैक हो सकता है। 

अगर आप कपालभाति की सही प्रक्रिया को समझे बिना उसे करने का प्रयास करते हैं तो आपको कपालभाति के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप ध्यानपूर्वक कपालभाति के सारे नियमों का पालन करना सुनिश्चित करें जिससे आपको इसका पूर्ण लाभ मिल सके। 

कपालभाति करने की विधि में सावधानियां | Precautions To Take While Doing Kapalbhati

कपालभाति करने की विधि की सही जानकारी होना आपके स्वास्थ्य में चार चांद लगा सकता है। आइए जानें क्या सावधानी बरतनी चाहिए ताकि आप इसका पूर्ण लाभ उठा सकें! 

  • खाली पेट या भोजन के 3-4 घंटे बाद ही इसे करें।  
  • शुरुआत में धीमी गति से अभ्यास करें।  
  • यदि सांस लेने में कठिनाई हो तो तुरंत रुकें।  
  • गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगों से पीड़ित लोगों को इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए  

निष्कर्ष 

कपालभाति करने की विधि अगर आप सही तरह से अपनाएंगे तो आपको इसके बहुत फायदे मिलेंगे। हालांकि कपालभाति प्राणायाम के नुकसान भी हैं इसलिए ज़रूरी है कि आप एक संतुलन बना कर ही कपालभाती प्राणायाम करें। इससे आपका पाचन (digestion) सही होता है, श्वास नाली सही से काम करती है, और आपकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है। ज़रूरी है कि आप किसी प्रशिक्षित व्यक्ति की सहायता ले कर इसे शुरू करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Read these next