

काबुली चना, जो चने की तरह दिखता है लेकिन अन्य चनों से थोड़ा अलग होता है। यह अफगानिस्तान की खासियतों में से एक है जो भारत में भी पाया जाता है। काबुली चने में उच्च मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल होते हैं। इसमें थायमिन, नियासिन, पेन्टोंथेनिक एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और फोलिक एसिड शामिल होते हैं। इस लेख में हम आपको काबुली चने की रेसिपी ,काबुली चने की सब्जी, काबुली चना के नुकसान, काबुली चने भिगोकर खाने के फायदे इत्यादि के बारे में विस्तार से बताएँगे ।
काबुली चना रेसिपी
काबुली चना या छोले एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है जो भारतीय खाने की विविधता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। काबुली चने की सब्जी का स्वाद बेहद लाजवाब होता है और यह बनाने में भी बहुत आसान है। अधिकतर लोग चने की सब्जी को ख़ास मौको पर खाना पसंद करते हैं। इसीलिए आज हम आपके लिए एक ऐसी रेसिपी लेकर आए हैं जिसे आप भी बना सकते हैं।
काबुली चना मसाला रेसिपी
नीचे हमने काबुली चने की अलग अलग रेसिपी दी है | आइये नज़र डालें –
सामग्री:
- 1 कप काबुली चना
- 1 टमाटर
- 1 प्याज
- 1 इंच अदरक
- 2 हरी मिर्च
- 2 लहसुन की कली
- 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
- 1 टीस्पून धनिया पाउडर
- 1 चम्मच जीरा
- 1 चम्मच अमचूर पाउडर
- तेल
- नमक स्वादानुसार
विधि
- सबसे पहले, काबुली चने को धो लें और 6 से 8 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
- अब, एक प्रेशर कुकर में चने को पानी के साथ डालें। उबलने दें और 5 से 6 सीटी आने तक पकाएँ।
- तब तक पकाएँ जब तक चने मुलायम न हो जाएँ।
- अब, एक कड़ाही में तेल गरम करें और जीरा डालें। जब जीरा सुनहरा हो जाए तब इसमें कटी हुई प्याज डालें और सुनहरा होने तक भूनें।
- अब इसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें। अब इसमें टमाटर डालें और उन्हें मसालों के साथ अच्छी तरह से मिलाएं।
- उसके बाद, चनों को पानी से निकालें और इसमें डालें। अब इसमें धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक मिलाएं और अच्छी तरह से मिलाएं।
- अब इसमें पानी डालें और उसे हल्की आंच पर 10-15 मिनट तक पकाएं। आपके काबुली चने/ छोले तैयार हैं।
- आप इसे अपनी पसंद के अनुसार चावल, रोटी या पूरी के साथ परोस सकते हैं।
काबुली चने भिगोकर खाने के फायदे
काबुली चने भिगोकर खाने के फायदे निम्नलिखित हैं:
- पोषण से भरपूर: काबुली चने में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है। इन सभी पोषक तत्वों का संयोग शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
- वजन नियंत्रण: काबुली चने में फाइबर की अधिक मात्रा होने से भूख कम होती है, जिससे आपका वजन नियंत्रण में रहता है।
- डायबिटीज कंट्रोल: काबुली चने में विटामिन सी और फाइबर की अधिक मात्रा होने से इंसुलिन संचयित करने में मदद मिलती है।
- हृदय स्वास्थ्य: काबुली चने में प्रोटीन, फाइबर और आयरन होने से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम होता है।
- भूख नहीं लगती: काबुली चने में फाइबर की अधिक मात्रा होने से आप ज्यादा समय तक भूख नहीं महसूस करते हैं।
काबुली चना के नुकसान
काबुली चना आमतौर पर सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ मामलों में इसका अधिक सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
काबुली चने के नुकसान निम्नलिखित है
- पेट दर्द और गैस: काबुली चना तीव्र पाचन प्रक्रिया वाला भोजन है, जिससे कुछ लोगों को पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है। अधिक समय तक भिगो कर रखने से चने के अंदर के फाइबर के कारण ये समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- ऑक्सलेट और यूरिक एसिड: काबुली चना उर्जा के साथ-साथ ऑक्सलेट और यूरिक एसिड को भी पैदा करता है, जो कि कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऑक्सलेट की अधिकता यूरोलिथियासिस (पथरी) जैसी समस्याओं के लिए जिम्मेदार होती है। वहीं, ज्यादा पयुरिन कि अधिक मात्रा कि वजह से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से गाउट होने का खतरा बन सकता है।
- एलर्जी: कुछ लोग काबुली चने से एलर्जी जैसी समस्या से ग्रस्त हो सकते हैं। उन्हें चनों को खाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
कन्क्लूज़न
काबुली चना एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है जो भारत और अन्य देशों में लोकप्रिय है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज पदार्थ होते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। इसके साथ ही, काबुली चने में अनेक औषधीय गुण भी होते हैं। इसे नियमित रूप से सेवन करने से शरीर को फायदे होते हैं जैसे कि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद, सेहतमंद जीवन जीने में मदद और भूख को कम करने में मदद करते हैं। उपरोक्त लेख में काबुली चने के फायदों के बारे में बताया गया है जिसे पढ़कर लोगों को इस खाद्य पदार्थ के लाभ के बारे में जानकारी मिलेगी ।
काबुली चना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न2: क्या उबला हुआ सफेद चना वजन बढ़ाता है?
हाँ, उबला हुआ सफेद चना वजन बढ़ाता है। सफेद चने में प्रोटीन, फाइबर और कई पोषक तत्व होते हैं, जो वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। इसे नाश्ते में या फिर सलाद में शामिल किया जा सकता है। यदि आप वजन बढ़ाने के लिए सफेद चने का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि आप इसे अतिरिक्त मात्रा में न खाएँ ताकि आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न हों।
प्रश्न3: क्या सफेद चना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?
हाँ, सफेद चना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। यह उच्च ऊर्जा और प्रोटीन स्रोत होता है जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। सफेद चने में फाइबर, विटामिन, और मिनरल भी होते हैं जो आपकी सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसका उपयोग वजन घटाने, डायबिटीज, हृदय रोग, और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए भी उपयोगी होता है।
प्रश्न4: सफेद चने में कितना प्रोटीन होता है?
सफेद चने में एक कप (करीब 200 ग्राम) में 20 ग्राम प्रोटीन होता है। प्रोटीन विशेषकर विटामिन बी 6, विटामिन सी, फोलिक एसिड और कई मिनरल के साथ सफेद चनों में मौजूद होता है।