

सिंघाड़ा एक सीज़नल फल है। आमतौर पर सिंघाड़ा खाना कम ही लोग पसंद करते हैं। हालाँकि तमाम फलों की तरह सिंघाड़ा खाने के फायदे हैं और ये सेहत के लिए भी अच्छा होता है। ऐसे में सिंघाड़े को अनदेखा करना ठीक नहीं कहा जा सकता। इधर सर्दियाँ आईं और उधर बाजार में सिंघाड़ों ने दस्तक दी। चारों तरफ सिघाड़ों के ढेर लग गए और इनकी बिक्री शुरू हो गई। क्या आप जानते हैं कि सिंघाड़ा पानी में पैदा होता है। सिंघाड़े की बेल पानी में लगाई जाती है। फिर ये बेल तालाब या पोखर में चारों तरफ फैल जाती है। फिर इसमें सिंघाड़े लगने लगते हैं जो धीरे धीरे बड़े हो जाते हैं। बस अब समझिये कि सर्दी का मौसम शुरू हो गया और सिंघाड़े तालाब से टूट टूट कर बाजार की रौनक बढ़ाने लगे।
हो सकता है कि आप सिंघाड़े के फायदों के बारे में बहुत ज़्यादा शायद ना जानते हों। कोई बात नहीं, आज हम आपको सिंघाड़े के बहुत सारे फायदों के बारे में बताएंगे। हम ये भी बताएंगे कि सिंघाड़ा कब खाना चाहिए, कैसे खाना चाहिए और क्यों खाना चाहिए। आखिर ये सीजनल फल आप सब के लिए ही तो बाजार की शोभा बनता है। तो आइये जानते हैं सिंघाड़े के बारे में और विस्तार से चर्चा करते हैं। सिंघाड़ा मिनरल्स, विटामिनस, स्टार्च, फाइबर और फेनोलिक कंपाउंड्स का खज़ाना हैं।
सिंघाड़े की स्टार्च और फाइबर सामग्री के कारण आप इन्हें अपने नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं। चूंकि सिंघाड़े में हाई न्यूट्रिशनल वैल्यू होती है इसीलिए ये कई तरह से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। आयुर्वेद की दवाओं का ये एक अनिवार्य इंग्रेडिएंट है। सिंघाड़ा अपने ड्यूरेटिक, एंटीसेप्टिक और डाइजेस्टिव प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। डिसेंट्री, डायरिया, ब्लीडिंग, फ्रैक्चर और इन्फ्लामेशन जैसे डिसऑर्डर्स के इलाज में सिंघाड़ा बहुत सहायक होता है।
सिंघाड़ा खाने के फायदे
सिंघाड़ा में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स की मात्रा भरपूर होती है। ये कंपाउंड डाइजेस्टिव सिस्टम से सम्बंधित समस्याओं, एनीमिया और थकान मिटने में मदद करते हैं। सिंघाड़ा बुखार, दर्द और सूजन को कम करने में भी सहायक हो सकता है।
1. दर्द और सूजन से राहत
सिंघाड़े के फायदे ये हैं कि सिंघाड़े इंटरल्यूकिन्स और नाइट्रिक ऑक्साइड जैसे इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स को बढ़ने से रोकते हैं। इस फल में एक्टिव केमिकल्स इन कंपाउंड्स के उत्पादन के लिए जिम्मेदार जींस को नियंत्रित करते हैं। सिंघाड़े में फेनोलिक एंटीऑक्सिडेंट सिस्टम में मौजूद फ्री रेडिकल्स को खत्म करके उन्हें ऑर्गन डैमेज, सूजन और दर्द को इनडिउस करने से रोकते हैं। इसलिए आपके शरीर पर इसका एक शक्तिशाली एनाल्जेसिक प्रभाव होता है। इन गुणों के कारण सिंघाड़े का उपयोग त्वचा की जलन, पेट के अल्सर, बुखार और उम्र से संबंधित ब्रेन डिसऑर्डर्स के इलाज के लिए किया जा सकता है।
2. नींद में सहायक
सिंघाड़ा खाने का फायदा नींद के लिए भी लाभदायक हो सकता है। सिंघाड़े को आप जाड़े के मौसम में प्रतिदिन खा सकते हैं। अगर आपको अनिद्रा की शिकायत है तो सिंघाड़ा आपकी सहायता कर सकता है। सिंघाड़े के उपयोग से आपकी नींद ना आने कि समस्या दूर हो सकती है।
3. ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में सहायक
सिंघाड़ा एक ऐसा फल है जिसको खाने से शुगर लेवल बढ़ने का डर नहीं होता। अन्य फलों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का डर लगातार बना रहता है। सिंघाड़े से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रह सकता है। डायबिटीज में ये उत्तम है और शुगर के मरीज़ भी सिंघाड़े का सेवन कर सकते हैं। दरअसल सिंघाड़ा पानी और न्यूट्रिएंट्स को संग्रहित करता है। इसलिए ये फाइबर, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट और स्टार्च से समृद्ध होता है। सिंघाड़े को आप अपने आहार का हिस्सा बनाकर मधुमेह को मैनेज कर सकते हैं।
4. टॉन्सिल में देता है राहत
सिंघाड़ा के फायदे तमाम हैं और ये गुणों से भरा हुआ है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं और इसीलिए सिंघाड़ा गले की कई समस्याओं को को दूर कर सकता है। अगर आपके गले में खराश है या फिर टॉन्सिल बढ़ गए हैं तो आप इस समस्या से बचने के लिए सिंघाड़े का सेवन कर सकते हैं।
5. एंटीऑक्सिडेंट और एंटीकैंसर प्रभाव
सिंघाड़े खाने का फायदा ये है कि इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि सिंघाड़े के फल और छिलके के अर्क में फ्री रेडिकल्स को खत्म करने की क्षमता होती है। इसलिए सिंघाड़े लिपिड पेरोक्सीडेशन, ट्यूमर को बढ़ने और फ्री रेडिकल्स से प्रेरित डीएनए के नुकसान को रोक या धीमा कर सकते हैं। ल्यूटोलिन, फिसेटिन और डायोस्मेटिन जैसे फ्लेवोनोइड्स इसके लिए जिम्मेदार हैं।
6. दाँत और हड्डियां करता है मज़बूत
वास्तव में सिंघाड़े के फायदे अनेकों हैं। अगर आप कमजोरी महसूस कर रहे हैं तो इसे दूर करने में आप सिंघाड़े की मदद ले सकते हैं। सिंघाड़ा कमज़ोरी के साथ साथ आपके दाँतों और हड्डियों को भी मज़बूत बना सकता है। सिंघाड़े में कैल्शियम की मात्रा खूब होती है जिसकी वजह से ये दाँतों और हड्डियों के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है।
7. ब्लड प्रेशर को करे कन्ट्रोल
सिंघाड़े में मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है। गेहूं के आटे की तुलना में सिंघाड़े के आटे में पोटेशियम, मैग्नीशियम, ज़िंक और कॉपर की मात्रा ज़्यादा पाई जाती है। यह आटा गेहूं के आटे के विपरीत अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों को भी बरकरार रखता है। इसे अपने आहार में शामिल करने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
सिंघाड़े के आटे के साथ गहरे हरे रंग की पत्तेदार और क्रूस वाली सब्जियों को शामिल करने से हृदय स्वास्थ्य में भी फायदा होता है। ऐसा हाई पोटेशियम खाद्य पदार्थ आपके हृदय की मांसपेशियों को आराम देता है और स्ट्रोक को रोकता है। इन सब्जियों में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम होते हैं। ये हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों का वजन कम करने में भी मदद कर सकती हैं।
8. गैस और इनडाइजेशन में आराम
बहुत से मर्ज़ की दवा है सिंघाड़ा। सिंघाड़ा पेट की समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। ये गैस, एसिडिटी, कॉन्स्टिपेशन और इनडाइजेशन जैसी परेशानियों में आराम पहुंचता है। अगर आपको भूख न लगने की समस्या है तो सिंघाड़ा उसको भी दूर करने में सहायक होता है।
9. वज़न कम करने में सहायक
सिंघाड़े के फायदे स्वास्थ के लिए बहुत हैं। इसमें कैलोरीज की मात्रा बहुत कम होती है जो वजन घटाने और उसे कंट्रोल करने में सहायक होती है। इसमें फैट भी बहुत कम होता है। सिंघाड़ा आपकी विटामिनस और मिनरल्स की सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है। सिंघाड़ा खाने से आप अपना वजन भी कंट्रोल कर सकते हैं साथ ही बेहद चुस्त दुरुस्त भी रह सकते हैं।
10. जॉन्डिस में फायदेमंद
सिंघाड़ा के फायदे बहुत हैं। ये आपके शरीर से टॉक्सिनस को बाहर निकालने में सहायक होता है। सिंघाड़ा पीलिया में भी राहत देता है। अगर आप सिंघाड़े का एक गिलास जूस पीते हैं तो जॉन्डिस में ये बहुत फायदा करता है। सिंघाड़ा जॉन्डिस में होने वाली तमाम परेशानियों से भी दूर रखता है।
11. थाइरॉइड ग्लैंड को करे नियंत्रित
सिंघाड़े में आयोडीन भी पाया जाता है। सिंघाड़े में आयोडीन होने से ये यकीन हो जाता है कि थायरॉइड ग्लैंड सही ढंग से काम करेगी और इससे आप थायराइड की परेशानियों से दूर रह सकते हैं।
12. इंफेक्शन से राहत
सिंघाड़ा बहुत कारामद होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पॉलीफेनॉल और फ्लैशलाइट्स मौजूद होते हैं जिसकी वजह से यह एंटीवायरस, एंटीबैक्टीरियल, एंटी कैंसर और एंटी फंगल होता है। सिंघाड़ा खाने के फायदे तरह तरह से होते हैं।
कन्क्लूज़न
सिंघाड़ा खाने के फायदे कितने ज़्यादा हैं ये तो आपने पढ़ लिया। इसके अलावा भी सिंघाड़ा बहुत उपयोगी होता है। सिंघाड़ा आपके शरीर से सभी टॉक्सिंस और जहरीले पदार्थों को बाहर निकालता है। इसकी वजह से आप अपने को अंदर से स्वस्थ और तरोताज़ा महसूस करते हैं। इससे आपकी त्वचा और बाल भी स्वस्थ रहते हैं। सिंघाड़े का आटा भी बहुत फायदा करता है। सिंघाड़े में पोटैशियम भरपूर होता है। यह शरीर की सूजन को कम करता है और मोटापा भी कम करने में सहायक होता है। सिंघाड़े में कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी बढ़ाने वाले न्यूट्रिएंट्स ज़िंक,आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं।