

क्या आपको हर थोड़ी थोड़ी देर के बाद पेशाब आने का एहसास होता है? क्या वास्तव में आप हर बार यूरिन (urine) करने जाते हैं? दरअसल ये एक प्रॉब्लम है और इस समस्या का नाम है बार-बार पेशाब आना। जी हाँ ऐसा होता है कि कुछ लोगों को बार-बार यूरिन जाना पड़ता है। इस वजह से वे किसी भी तरल पदार्थ को पीने से हिचकिचाते हैं, क्योंकि उनको लगता है अगर वो कुछ भी पिएंगे तो उन्हें फिर से बाथरूम जाना पड़ेगा। हालाँकि इस तरह से तरल पदार्थ पीने से बचना और बार बार यूरिन के लिए ना जाना, ये इसका कोई हल नहीं है। ज़्यादातर लोगों में ब्लैडर यूरिन को तब तक स्टोर करने में सक्षम होता है जब तक कि शौचालय जाना सुविधाजनक न हो। आमतौर पर दिन में चार से आठ बार पुरुष या स्त्री पेशाब करने के लिए जाते हैं। बार-बार यूरिन करने जाना कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है।
क्यों होता है बार–बार यूरिनेशन? Why Do You Experience Frequent Urination?
पेशाब आना कोई समस्या नहीं है। असल में शरीर से टॉक्सिक सब्स्टांसेस (toxic substances) को बाहर निकालना जरूरी होता है। ऐसे सारे एलिमेंट मल और पेशाब के रास्ते से शरीर बाहर निकाल देता है। कुछ लोगों को बार-बार यूरिन आता है लेकिन वे इसे शरीर का रेगुलर काम समझ कर अनदेखा कर देते हैं। हालाँकि पेशाब बार बार लगने का कारण कई कारण हो सकते हैं।
1. डायबिटीज
ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने की अवस्था को डायबिटीज (diabetes) कहते हैं। ये दो तरह कि होती है,टाइप 1 और टाइप 2। इन दोनों तरह की डायबिटीज में बॉडी जरूरत से ज़्यादा ग्लूकोज को यूरिनरी ट्रेक्ट से बाहर निकालने लगती है। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को बार-बार पेशाब होता रहता है।
2. प्रेगनेंसी
प्रेगनेंसी के दौरान यूटरस (uterus) बड़ा हो जाता है। इसी वजह से ब्लैडर पर दबाव बढ़ता है और महिलाओं को बार-बार पेशाब करने के लिए जाना पड़ता है।
3. हाई बीपी
हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure) के मरीज़ों को जो दवाएं दी जाती हैं वो किडनी पर एक्स्ट्रा लिकविड को बाहर निकालने का प्रेशर बनाती हैं। इस वजह से भी हाई बीपी के मरीज़ों को बार-बार पेशाब आता है।
यूरिनेशन के दूसरे कारण
अधिक पानी पीने से काफी मात्रा में यूरिन बनता है। इस वजह से भी बार-बार पेशाब का आना साधारण सी बात है।
कुछ लोगों का यूरिनरी ब्लैडर ज़्यादा एक्टिव होता है और इस वजह से भी उस व्यक्ति को जल्दी-जल्दी पेशाब आता है।
यह समस्या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) से भी हो सकती है।
यदि किडनी का इंफेक्शन हो तो भी बार-बार पेशाब आता है।
प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने पर भी जल्दी-जल्दी पेशाब आता है।
अगर आप टेंशन में हैं तो भी जल्दी-जल्दी पेशाब आने लगता है।
पेशाब में जलन | Inflammation in Urine
जब भी आपको पेशाब करते वक़्त दर्द या जलन का एहसास होता है तो उसको मेडिकल की भाषा में डिस्युरिआ (Dysuria) कहते हैं। यह कई वजह से हो सकता है और इसके सिम्टम्स को नज़रअंदाज़ करना बिलकुल सही नहीं होता। ज़रूरी नहीं की पुरुषों और महिलाओं के लिए पेशाब में जलन होने की वजह एक हो ।दोनों ही के लिए यह भिन्न भिन्न भी हो सकती है ।
पेशाब में जलन – पुरुषों में |
1. यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
हालांकि यूरेथरा में इन्फेक्शन होने की संभावना पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक होती है लेकिन पुरुष भी इससे बचे नहीं रह सकते। ये इन्फेक्शन यूरेथ्रा (urethra) के किसी हिस्से में बैक्टीरिया इकट्ठा होने से होता है। इसको यूरेथ्राइटिस कहते हैं। अगर ये बैक्टीरिया ब्लैडर तक पहुँच जाए तो वहां भी सूजन और जलन हो सकती है। इसको सिस्टाइटिस (cystitis) कहते हैं। प्रोस्टेट की बढ़ी हुई ग्लैंड में भी इन्फेक्शन होता है। इसको प्रोस्टाइटिस (prostatitis) कहते हैं।
2. प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ जाना
जो लगभग हर बढ़ती उम्र के पुरुष को होती है वह है प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) का असाधारण तरीके से बढ़ना। इसको मेडिकल भाषा में प्रोस्टेट एनलार्जेमेंट कहते हैं। प्रोस्टेट एक अखरोट के आकर की ग्लैंड है जो पुरुषों के ब्लैडर के ठीक नीचे होती है | अगर किसी को भी थोड़ा सा शक हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि अगर प्रोस्टेट ज़्यादा बढ़ जाए तो ये पूरी तरह से पेशाब को रोक सकता है।
3. ब्लैडर स्टोन, किडनी स्टोन या यूरेट्रिक स्टोन
पेशाब में जलन होने की एक और वजह हो सकती है किडनी, युरेटर या ब्लैडर में स्टोन होना। अक्सर पानी कम पीने से या किसी और वजह से किडनी में स्टोन बन जाता है।
4. ब्लैडर कैंसर
ये एक आम प्रकार का कैंसर है जो लगभग 25 प्रतिशत पुरुषों को हो जाता है। इसका प्रमुख लक्षण है पेशाब में रक्त का आना लेकिन इससे पेशाब में जलन भी हो सकती है। ब्लैडर कैंसर (blood cancer) के होने की सबसे मुख्य वजह सालों से धूम्रपान करना होती है।
5. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (Sexually Transmitted Infection) के कारण भी यूरिन में जलन हो सकती है। इन्फेक्शन उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया सेक्सुअल इंटरकोर्स (sexual intercourse) के समय एक से दूसरे तक पहुँच सकते हैं जिससे शरीर में इन्फेक्शन्स फैलते हैं।
पेशाब में जलन – महिलाओं में
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
आम तौर पर महिलाओं में पेशाब में जलन होने की सबसे अहम् वजह है यूरेथ्रा में इन्फेक्शन। लगभग हर महिला को जीवन में एक दो बार या इससे ज़्यादा भी इस इन्फेक्शन का सामना करना पड़ता है।
- वजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन
ये एक ऐसा इन्फेक्शन है जो महिलाओं की वजिना में होने वाली एक सामान्य समस्या है। यह कैंडिडा फंगस (candida fungus) की वजह से होता है। इससे पेशाब में जलन के साथ साथ वजिना में उत्तेजना और खुजली होती है।
दूसरे कारण जिससे होती है महिलाओं को पेशाब में जलन | Other Reasons that Cause Urine Inflammation
ब्लैडर, किडनी या युरेटर में स्टोन
सेक्सुअल इंटरकोर्स से होने वाले इन्फेक्शन्स
निजी हाइजीन के सामान (साबुन, परफ्यूम, जेल) से ऐलर्जी
अगर आपको कभी भी पेशाब में जलन महसूस होती है तो इसको अनदेखा करना बिलकुल भी ठीक नहीं होगा। इस जलन की वजह कोई भी हो सकती है जिसका पता लगाना और उसका इलाज करना बहुत ज़रूरी है।
पेशाब की जलन का घरेलू इलाज | Home Remedies for Urine Inflammation
पेशाब में जलन की समस्या से निपटने के लिए उसका कारण जानना ज़रूरी है। अगर जलन यूरेथ्रा में हो रहे इन्फेक्शन की वजह से है तो पेशाब की जांच कराना आवश्यक है। दवाओं के साथ-साथ हाइजीन का ध्यान रखना भी ज़रूरी है। साथ ही महिलाएँ घरेलू इलाज भी कर सकतीं हैं जैसे कि हाइजीन का ध्यान रखना, अंदरूनी वस्त्रों को साफ़ रखना इत्यादि। आइये देखते हैं कि इसके घरेलू नुस्खे क्या हैं।
1. नींबू और शहद
पेशाब करने के दौरान जलन या दर्द की समस्या को दूर करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू (lemon) निचोड़ कर एक चम्मच शहद मिलाएं। इसको रोज़ाना खाली पेट पीने से आराम मिलेगा।
2. खीरा
रोज सुबह एक प्याली खीरे के जूस में एक चम्मच शहद (honey) और एक नींबू का रस मिलाकर पियें। ये घोल दिन में दो बार पीना है।
3. सेब का सिरका
सेब के सिरके (apple cider vinegar) का इस्तेमाल दिन में दो बार करना है। एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सिरके में एक चम्मच शहद मिलाकर पियें।
4. पानी
पानी की कमी कि वजह से डिस्युरिया की समस्या हो जाती है। इसलिए खूब पानी पीना चाहिए। पानी पीने से बैक्टीरिया और टॉक्सिक सब्स्टांसेज़ निकल जाते हैं।
5. दही
दही खाने से बॉडी के खराब बैक्टीरिया निकल जाते हैं और स्वस्थ बैक्टीरिया बनते हैं। रोज एक या दो कटोरी दही खाना चाहिए।
6. नारियल पानी
नारियल पानी एक नेचुरल डायूरेटिक ड्रिंक (diuretic drink) है। यह उनके लिए अधिक फायदेमंद है जो किसी इंफेक्शन की वजह से बार-बार पेशाब करते हैं।
7. लहसुन
लहसुन में कई एंटीबैक्टीरियल (antibacterial) और एंटीफंगल (antifungal) गुण होते हैं जो इंफेक्शन बढ़ाने वाले बैक्टेरिया को खत्म करते हैं।
8. ताजे फलों और सब्जियों का जूस
ककड़ी (cucumber), पुदीना, टमाटर और लौकी जैसे फलों-सब्जियों का जूस पीने से शरीर को अंदर से साफ रखने में मदद मिलती है। इससे हाइड्रटेड रहने में भी मदद मिलती है और यूरिन की जलन में भी राहत मिलती है।
महिलाओं को बार बार पेशाब आना | Frequent Urination in Females
महिलाओं के शरीर में हार्मोनल फंक्शन की एक बड़ी भूमिका होती है। उन्हें बार-बार पेशाब आता है। हालाँकि ज़्यादातर महिलाओं को बार-बार पेशाब आना और जलन होना की वजह पता नहीं चल पाती। पढ़ी लिखी महिलाएं भी उसको यूटीआई इंफेक्शन या फिर वजनाइनल इंफेक्शन समझती हैं। हालाँकि इसके बहुत से कारण हो सकते हैं। आइये जानते हैं महिलाओं को बार बार पेशाब क्यों आता है:
1.पानी, शराब और कैफीन की अधिकता
डाइयुरेटिक्स ऐसा पेय पदार्थ है जो शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाते हैं और ये महिलाओं को बार-बार पेशाब आने का एक कारण हो सकता है। । पानी, शराब और कैफिन का अधिक सेवन करने से आपको रह-रह कर पेशाब लग सकता है।
2. यूटीआई इंफेक्शन
महिलाओं को यूटीआई इंफेक्शन तब होता है जब बैक्टीरिया आपके यूरिनरी सिस्टम (urinary system) के कुछ भाग में इन्फेक्शन फैलाता है। इसमें बार-बार पेशाब आना, जलन होना, और साथ ही साथ पेशाब का रंग बदलना भी शामिल है।
3. ओवरएक्टिव ब्लैडर
ओवरएक्टिव ब्लैडर का मतलब है कि आपका यूरिनरी ब्लैडर बहुत तेजी से काम करता है। इस कारण अधिक पेशाब होता है। हालांकि ऐसा प्रौढ़ महिलाओं में ज्यादा होता है।
4. वैजिनाइटिस
वैजिनाइटिस (vaginitis) में वजाइना में सूजन और दर्द रहता है। ये किसी प्रकार के इन्फेक्शन की वजह से भी होता है। इसमें जेनिटल्स में दर्द और बेचैनी होती है और बार-बार पेशाब करने का एहसास होता है। पेशाब करते समय आपको जलन या खुजली भी हो सकती है।
5. पेल्विक फ्लोर का कमजोर होना
अधिक उम्र होने या प्रेग्नेंसी की वजह से महिलाओं का पेल्विक फ्लोर दुर्बल हो जाता है। ये वजाइनल डिलीवरी की महिलाओं में अधिक होता है क्योंकि उनकी मसल्स टेंस हो जाती हैं। जिससे पेल्विक फ्लोर कमजोर हो जाता है।
6. यूरिनरी ब्लैडर में पथरी
यूरिनरी ब्लैडर की पथरी पुरुषों में ज्यादा होती है। लेकिन खराब लाइफस्टाइल की वजह से महिलाएं भी इसका शिकार हो जाती हैं। ऐसे में महिलाओं को बार-बार पेशाब महसूस होता है।
7. एस्ट्रोजन में कमी
एस्ट्रोजन महिलाओं के शरीर में कई बदलाव लाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं के वजाइना को स्वस्थ रखता है। अगर आपके शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा (estrogen level) की कमी होती है तो आपको बार-बार पेशाब आ सकता है।
8. प्रेग्नेंसी
प्रेग्नेंसी (pregnancy) में भारी पेट होने कि वजह से पेल्विक फ्लोर पर दबाव पड़ता है। जिसके कारण महिलाओं को बार-बार पेशाब आने का एहसास होता है। बच्चे के जन्म के बाद ये सब सामान्य हो जाता है।
9. डायबिटीज
डायबिटीज के कारण आपका शरीर शुगर के लेवल को ठीक से कंट्रोल नहीं कर पाता। इससे सिस्टम में एक्स्ट्रा शुगर एकत्र होती है। इसलिए बार-बार पेशाब आता है।
रात में बार बार पेशाब आना | Frequent Urination at Night
डॉक्टरों का कहना है कि जो लोग रात में बार-बार पेशाब के लिए उठते हैं उन्हें अपने खाने में नमक की मात्रा कम करनी चाहिए। इस प्रॉब्लम को नौक्चुरिया कहते हैं। उम्र के साथ हॉर्मोन्स में बदलाव होते हैं। इस वजह से भी रात में ज़्यादा पेशाब आता है। नौक्चुरिया एक संकेत है कि कहीं आपको डायबिटीज़ तो नहीं हैं।
उपाय
खूब पानी पिएं। अगर कोई इंफेक्शन होगा तो वह पेशाब में निकल जाएगा।
दही, पालक, तिल, अलसी, मेथी की सब्ज़ियां रोज़ खाएं।
सूखे आंवले को पीसकर इसमें गुड़ मिलाकर खाएं। इससे रात में पेशाब कमी होगी। विटामिन सी का भी सेवन करें।
अनार के छिलकों को सुखा कर उसका चूरन बना लें। सुबह-शाम इस चूरन को पानी के साथ लें।
मसूर की दाल, अंकुरित अनाज, गाजर का जूस और अंगूर भी इसके लिए लाभदायक है।
गर्भावस्था में बार बार पेशाब आना | Frequent Urination in Pregnancy
अक्सर प्रेगनेंसी में महिलाएं फिज़िकली थक जाती हैं। इनमें प्रमुख है बार-बार पेशाब का आना। चक्कर, उल्टी तो कभी मूड स्विंग्स, ये सारी चीज़ें उसे फिजिकल और मेन्टल तरीके से परेशान करती हैं। प्रेगनेंसी हार्मोंस (pregnancy hormones) की वजह से प्रेगनेंट महिलाओं के शरीर में रक्त प्रवाह ज्यादा तेजी से होता है। हार्मोनल बदलाव के कारण मूत्राशय जल्दी भर जाता है और उसको बार-बार पेशाब आता है।
यूरिन कम करने के उपाय | Remedies to Lower Urination
1. कैफीन मतलब, नहीं
प्रेग्नेंसी के दौरान कैफीन, चॉकलेट, चाय, एल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक के पीने से बचना चाहिए। इन बेवरेजेज में ड्यूरेटिक होता है। जिससे बार-बार पेशाब आता है।
2. क्रेनबेरी जूस
प्रेग्नेंसी में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने के कारण भी बार-बार पेशाब लगता है। इससे बचने के लिए क्रेनबेरी जूस पीना चाहिए। लेकिन क्रेनबेरी जूस गर्भावस्था में डॉक्टर से सलाह लेकर ही पीना चाहिए।
3. कीगल एक्सरसाइज करें
गर्भावस्था में कीगल एक्सरसाइज करने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं। इससे पेशाब को रोकना आसान होता है। प्रेग्नेंसी में कीगल एक्सरसाइज दिन में कम से कम तीन बार करें।
4. सोने से पहले कम पानी पियें
प्रेग्नेंसी के दौरान रात में गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। सोने से कुछ घंटे पहले पानी ना पियें। अगर इन उपायों से भी आपको आराम ना मिले तो अपने गायनकोलॉजिस्ट से सलाह करें।
कन्क्लूज़न
देखा आपने, बार बार पेशाब आना कभी कभी कितना घातक हो सकता है। इस आर्टिकल में इस तरह की तमाम बातें आपको बताई गई हैं। बस अब आपको इन पर अमल करना है और अपने को स्वस्थ रखना है। अगर आपको लगता है कि इन घरलू उपचार से कोई फायदा नहीं हो रहा तो फ़ौरन अपने डॉक्टर या किसी स्पेशलिस्ट से मिलें। हाँ, एक बात और, हमेशा पॉजिटिव सोचें।
Hame baar baar din rat har 15minit ma aataa h pesab. Reason bataye or upay
बार बार पेशाब जाने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मूत्र संक्रमण (यू टी आई), मधुमेह, ओवर एक्टिव ब्लैडर, प्रोस्टेट की समस्या या फिर चाय, कॉफी का अत्यधिक सेवन करना। इन सभी कारणों के उपाय अलग-अलग होते हैं। मूत्र संक्रमण में बार -बार पेशाब आने के साथ जलन और दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में तुरंत चिकित्सक से मिलें और पेशाब की जांच कराए, आप इसमें खूब पानी पिए और क्रैन्बेरी जूस का सेवन करें। डाइबीटिस के लिए अपने ब्लड-ग्लूकोस क जांच कराएं और चिकित्सक से उचित दवा लें। हो सकें तो रात में चाय-कॉफी के अत्यधिक सेवन से बचें।
Uske toilet Mein बार-बार dard ho raha hai chhoti si chaudah sal ki ladki hai please reply me
It is recommended that you consult your doctor.