

जिस तरह आप खुशी ज़ाहिर करते हैं उसी तरह दूसरे भाव जैसे कि गुस्सा आना भी स्वाभाविक है। यह भाव भी हम सब ही कभी न कभी अनुभव ज़रूर करते हैं। गुस्सा करना यूँ तो आम है लेकिन अगर आप छोटी-छोटी बात पर ज़्यादा गुस्सा करते हैं तो यह मानसिक स्वस्थ्य के साथ शारीरिक स्थिति पर भी प्रभाव डालता है। क्या आप जानते हैं जिसे बात बात पर गुस्सा आये उसे क्या कहते है? ऐसे व्यक्ति को अति क्रोधी (short-tempered) कहते हैं। यह लेख आपको गुस्सा शांत करने का उपाय और इससे होने वाले नुकसान से अवगत करवाएगा।
ज्यादा गुस्सा करने के नुकसान | Disadvantages of Anger
यदि आप किसी बात पर ज़्यादा गुस्सा करते हैं तो यह ना केवल आपका मानसिक तनाव बढ़ता है बल्कि इससे बहुत सी शारीरिक समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। हमने यहाँ कुछ ज्यादा गुस्सा करने के नुकसान सूचीबद्ध किए हैं:
हृदय संबंधी समस्याएं
गुस्सा करने पर आपका रक्तचाप (blood pressure) बढ़ जाता है जिससे दिल की बिमारियों का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप लम्बे समय तक क्रोधित रहते हैं तो आपको हार्ट अटैक का खतरा भी हो सकता है।
मानसिक तनाव
लगातार गुस्सा करते रहने से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। शोध के अनुसार, ज़्यादा गुस्से की वजह से आप अवसाद और चिंता के भी शिकार हो सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन की समस्या
लम्बे समय तक क्रोधित रहना अक्सर बीमारियों में तब्दील हो जाता है। ज़्यादा क्रोध करने की वजह से आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन (sucralose) कम हो जाता है। इसकी वजह से आपको पेट में जलन, अल्सर (ulcer), हाइपरएसिडिटी (hyperacidity), और नींद की समस्या उत्पन्न होने की संभावना होती है।
सोने में परेशानी
जिन लोगों को अपना क्रोध शांत करने में समस्या होती है उन्हें रात को ठीक से सोने में परेशानी होती है। यह समस्या अधेड़ उम्र के लोगों में अधिक पाई जाती है।
पाचन में गड़बड़ी
अनेक शोध के अनुसार, आपकी आँतों और मानसिक स्वास्थ्य (mental health) का सीधा ताल्लुक है। जब आप अधिक क्रोध करते हैं तो इससे आपके दिमाग पर तनाव (stress) होता है जिससे पाचन में गड़बड़ी हो सकती है।
गुस्सा शांत करने का उपाय | Tips for Anger Management
निश्चित रूप से हर कोई अपना क्रोध शांत करने के उपाय ढूंढ़ता है। यदि आप भी उनमे से एक हैं तो निम्नलिखित उपाय आपके लिए कारगर हो सकते हैं:
30-30-30 फार्मूला अपनाएं
यह गुस्सा शांत करने का उपाय बहुत असरदार है और आप इसे आज़मा भी सकते हैं। अगर किसी कारणवश आपको गुस्सा आता हैं तो एक गहरी सांस लें और 30 तक गिनती करें। इससे आप अपनी प्रतिक्रिया पर काबू पा सकते हैं और सोचने का मौका मिलेगा। उसके अगले 30 सेकंड में अपने विचारों पर गौर करें और ध्यान दें आप ज़्यादा भावनात्मक तो नहीं हो रहे। शेष 30 सेकंड में आपको अपना क्रोध नियंत्रित करके उसे दूसरी दिशा में ले जाने का तरीका ढूंढ़ना है।
शरीर को रिलैक्स करें
गुस्से के समय शरीर तनाव में आ जाता है। आप मांसपेशियों को रिलैक्स करने के लिए मैडिटेशन (meditation) कर सकते हैं। इसमें आपका मस्तिष्क शांत स्थिति में आ जाता है और आपका गुस्सा कम हो जाता है।
अपने विचारों पर ध्यान दें
गुस्सा अक्सर हमारी नकारात्मक विचारों से उत्पन्न होता है। जब गुस्सा आए, तो आप खुद से यह सवाल करें कि क्या वाकई यह समस्या इतनी बड़ी है कि इस पर गुस्सा किया जाए? अक्सर हम छोटी बातों को बढ़ा-चढ़ाकर देखते हैं, जिससे गुस्सा और बढ़ जाता है। ऐसे में अपने विचारों को बदलना ज़रूरी होता है।
ब्रेक लें
अगर आपको गुस्सा बहुत तेज़ी से आ रहा हो और आप खुद को रोक नहीं पा रहे हों, तो कुछ देर के लिए स्थिति से अलग हो जाएं। उस जगह से बाहर निकल जाएं या थोड़ी देर के लिए चुप हो जाएं। इससे आपका दिमाग शांत हो जाएगा और आप बेहतर निर्णय ले पाएंगे।
सकारात्मक आत्म-चर्चा करें
गुस्सा शांत करने का उपाय में सकारात्मक आत्म-चर्चा यानी ‘सेल्फ-टॉक’ भी सहायक हो सकती है। जब भी आपको गुस्सा आए, तो खुद से आपको सकारात्मक वाक्य बोलने हैं। यह तकनीक आपके दिमाग को सकारात्मक दिशा में ले जाएगी और गुस्सा कम करने में मदद करेगी।
व्यायाम करें
शरीर को गति में रखें। शारीरिक गतिविधि गुस्सा शांत करने का उपाय में बेहतर माना जाता है। जब भी आपको गुस्सा तो चलना, दौड़ना, व्यायाम या कोई गतिविधि करें। इससे आपका गुस्सा और तनाव कम हो जाता है।
निष्कर्ष
गुस्सा आना कोई बुरी बात नहीं है, यह भी दूसरे भावों की तरह एक भाव है जो किसी परिस्थिति में बाहर आ जाता है। हालांकि, हर छोटी बात पर गुस्सा करना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डाल सकता है। इसकी वजह से आपको तनाव हो सकता है, पाचन-सम्बन्धी (digestion) तथा नींद की समस्या हो सकती है। इसके लिए ऊपर बताए गए गुस्सा शांत करने के उपाय न केवल आपके गुस्से को नियंत्रित करेंगे, बल्कि आपको मानसिक और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रखेंगे। आप गुस्सा नियंत्रण करने के लिए ज़्यादा स्ट्रेस ना लें और इस पर सही समय पर सही तरीके से काबू पाने का प्रयास करें।