

जब भी आप कहीं बहार होटल में खाना खाने जाते होंगे तो आपने अवश्य ही काउंटर पर सौंफ और मिश्री का मिश्रण देखा होगा। आप अपने मुँह का स्वाद बेहतर करने के लिए यह खाते होंगे लेकिन इसके बहुत से स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी हैं। वैसे तो इसका भारतीय किचन में भी विशेष स्थान है।
मिश्री को हम आमतौर पर मिठास के लिए खाते हैं और सौंफ को ताज़गी के साथ पाचन क्रिया के लिए। ये दोनों चीज़ें मिलकर सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। इस लेख में हम आपको मिश्री और सौंफ खाने के फायदे, नुकसान, और इसका पूरा लाभ लेने के तरीके बताएंगे।
मिश्री और सौंफ खाने के फायदे
आप कई रोज़ मिश्री और सौंफ खाते होंगे। आइये आज हम आपको इसके स्वास्थ्य लाभों से अवगत करवाते हैं जो यहाँ सूचीबद्ध हैं:
पाचन में तेज़ी
मिश्री और सौंफ खाने के फायदे में यह सबसे ज़्यादा प्रचलित है। सौंफ में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो आपके शरीर में पाचन क्रिया में सुधार लाता है। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपको गैस, एसिडिटी, तथा पेट फूलने की समस्या नहीं होगी। इस मिश्रण में मिश्री आपके मुँह में मिठास बढ़ाने के साथ-साथ पाचन क्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदद करती है।
मुँह और श्वास की ताज़गी
अक्सर कुछ खाने या पीने के बाद अजीब सी गंध महसूस होती है। ऐसे में, यह मिश्रण आपके मुँह में ताज़गी देता है और सांस की दुर्गन्ध को दूर करता है। सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो आपके मुँह में बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं और स्वाद को भी स्वच्छ बना देती है।
दृष्टि में सुधार
मिश्री और सौंफ खाने के फायदे में आपके आँखों की रौशनी भी शामिल है। खासतौर पर, सौंफ में विटामिन ए और सी होता है जो आपके आँखों की रौशनी को बेहतर बनाये रखते हैं। इसमें शामिल मिश्री आँखों को ठंडक देने का कार्य करती है। अगर आपके आँखों में जलन या थकान महसूस होती है तो आपको इसका नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
बेहतर हृदय स्वास्थ्य
सौंफ में पोटैशियम के साथ और भी पोषक तत्व शामिल होते हैं जो आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं। इसका सेवन रक्तचाप को नियंत्रित रखता है और दिल की धड़कनों को भी सामान्य बनाये रखता है।
वज़न घटाने में सहायक
मिश्री और सौंफ खाने के फायदे में वज़न घटाना भी मौजूद है। सौंफ में फाइबर अधिक मात्रा में होता है जिससे आपको लम्बे समय तक पेट भरा हुआ लगता है और अनावश्यक भूख कम लगती है। दूसरी ओर, मिश्री में कैलोरीज़ कम होती है जिससे आपको वज़न नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
सौंफ और मिश्री का सेवन कैसे करें?
सौंफ और मिश्री का सही तरीके से सेवन करने से इनके सभी लाभों का फायदा उठाया जा सकता है। आइए जानें इसका सेवन कैसे करना चाहिए:
खाने के बाद
खाना खाने के बाद आप एक छोटा चम्मच इस मिश्रण का मुँह में रखकर कुछ देर चबाएं। इस तरह से यह आपके शरीर की पाचन क्रिया पर प्रभाव डालता है और मुँह में ताज़गी भी बनी रहती है।
खाली पेट
एक चम्म्च सौंफ और एक मिश्री को पानी में रातभर भिगो कर रखें। सुबह होते ही सबसे पहले इस पानी को खाली पेट पिएं। इसके आलावा आप यह भी कर सकते हैं कि कुछ देर इस मिश्रण को पानी में उबाल लें, फिर इसे छानकर पानी पी लें।
व्यंजनों में इस्तेमाल
मिश्री और सौंफ का मिश्रण सिर्फ पानी के साथ ही नहीं बल्कि विभिन्न व्यंजनों में भी इस्तेमाल हो सकता है। आप इसका सेवन हलवा, मिठाई, या कोई भी मिष्ठान में मिलकर खा सकते हैं। इससे खाने के स्वाद के साथ सेहत भी अच्छी रहती है।
सौंफ और मिश्री खाने के नुकसान
अभी तक आपने सौंफ और मिश्री के फायदे के बारे में जाना। अब सौंफ और मिश्री खाने के नुकसान के बारे में यहाँ जानिए:
रक्त शर्करा में बढ़ोतरी
मिश्री में शुगर की मात्रा अधिक होती है जिससे मधुमेह के रोगियों का रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में, उन्हें ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
हार्मोनल इम्बैलेंस
गर्भवती महिलाओं को इस मिश्रण का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। यदि इसका अधिक सेवन होता है तो आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है जो हानिकारक होता है।
मोटापे का खतरा
यदि आप मिश्री और सौंफ का अधिक सेवन करते हैं तो मिश्री से वज़न बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। वैसे तो यह प्राकृतिक मिठास होती लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा सेवन कैलोरी की मात्रा बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष
मिश्री और सौंफ का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी हो सकता है अगर आप इसका सही तरह से सेवन करते हैं तो। आपके शरीर की पाचन क्रिया से लेकर हृदय स्वास्थ्य तक, मिश्री और सौंफ खाने के फायदे अनेक हैं। इतना लाभकारी होने के बाद भी सौंफ और मिश्री खाने के नुकसान भी हैं। इस वजह से आपको इसे सिमित मात्रा में ही लेना चाहिए। यदि आप इसका नियमित रूप से सही मात्रा में सेवन करते हैं तो भरपूर लाभ पा सकते हैं।